प्रयागराज में टीचर ने थप्पड़ मारा, छात्र की मौत, पानी मांगते-मांगते मौत
प्रयागराज में टीचर के थप्पड़ मारने से नर्सरी के साढ़े तीन साल के बच्चे की मौत हो गई। उसी स्कूल में सेकेंड क्लास में पढ़ने वाले छात्र के भाई ने बताया- मेरा भाई रो रहा था। दो टीचर उसे मेरे क्लास में लेकर आईं और बेंच पर बैठा दिया। भाई ने रोना बंद नहीं किया तो एक टीचर ने भाई के गाल पर थप्पड़ जड़ दिया।
भाई का सिर बेंच में टकरा गया। वह जमीन पर गिर गया। उसके मुंह और नाक से खून निकलने लगा। भाई ने टीचर से पानी मांगा। मगर किसी ने उसे पानी नहीं दिया। करीब 10 मिनट तक भाई पानी मांगता रहा, फिर एक दम से चुप हो गया।
एक टीचर ने भाई को हिलाया, जब वह कुछ नहीं बोला तो टीचर भागकर बाहर गईं। मेरे घर वालों को फोन कर बुलाया। मम्मी-पापा भाई को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पिता की तहरीर पर दो महिला टीचर पर केस दर्ज किया गया है। घटना नैनी कोतवाली क्षेत्र की है।
स्कूल से कॉल आई, कहा- आपका बच्चा बेहोश हो गया नैनी थाना क्षेत्र के महेवा पश्चिम पट्टी में रहने वाले किराना दुकानदार वीरेंद्र ने बताया कि मेरा साढ़े तीन साल का बेटा शिवाय नर्सरी में पढ़ता था। इसी स्कूल में उसकी बड़ी बहन पूर्वी कक्षा तीन और बड़ा भाई सुमित कक्षा दो में पढ़ते हैं।
छात्र की मां पूनम ने बताया- मैं गुरुवार सुबह साढ़े सात बजे शिवाय को स्कूल छोड़कर आई थी। करीब 9 बजे स्कूल से मेरे पति वीरेंद्र के पास एक मैडम का फोन आया। उन्होंने कहा- आपका बच्चा बेहोश हो गया है।
यह सुनते ही मैं और मेरे पति भागकर स्कूल पहुंचे। वहां देखा कि बेटे के मुंह से खून आ रहा था। सिर के बाएं ओर चोट के निशान थे। हम लोग उसे चाका सीएचसी लेकर पहुंचे, लेकिन स्थिति गंभीर होने पर वहां से एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। हम लोग शिवाय को लेकर भागे, मगर रास्ते में ही उसकी जान निकल गई।
बेटे की मौत होने से माता-पिता ट्रॉमा सेंटर में चीख-चीखकर रोने लगे। मौके पर मौजूद परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई को लेकर हंगामा किया। पुलिस ने माता-पिता को समझाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया दिया।
पिता वीरेंद्र की तहरीर पर दो टीचर आरती और शिवांगी के खिलाफ एग्रीकल्चर चौकी में तहरीर दी गई। इसके बाद दोनों महिला टीचर पर केस दर्ज किया गया। मां पूनम ने बताया कि बेटे को जब छोड़ने जाती थी तो वह रोने लगता था। मैं उसके साथ एक-दो घंटे स्कूल में रुकती थी। जब मैं नहीं होती थी तो टीचर शिवाय को बडे़ भाई सुमित के पास क्लास में भेज देते थे। गुरुवार को शिवाय रो रहा था। तभी टीचर शिवांगी ने उसे चुप कराने का प्रयास किया। मगर वह चुप नहीं हुआ। वह उसे सुमित के पास लेकर गई।
वहीं दूसरी टीचर आरती आ गई। बेटा जब चुप नहीं हुआ तो उसने शिवाय को पहले जोर से डांटा। फिर उसके गाल पर जोर से थप्पड़ मार दिया। मेरा बेटा प्यासा मर गया। वह पानी मांगता रहा, मगर टीचरों ने उसे पानी नहीं पिलाया। वह तड़प-तड़पकर बिना पानी के मर गया।
शिवाय के बड़े भाई सुमित ने बताया कि जब छोटा भाई रो रहा था तो टीचर आरती ने उसे डांट दिया। फिर मैडम उसके गाल पर जोर से थप्पड़ मार दिया। वह जमीन गिर गया और रोते-रोते पानी मांगता रहा। मगर पानी नहीं दिया।
इंस्पेक्टर नैनी बृजेश किशोर ने बताया, बच्चे के घरवालों से बातचीत कर शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया। दो डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। बिसरा सुरक्षित रखा गया है। मौत की वजह साफ नहीं है। परिवार ने दो टीचर के खिलाफ केस दर्ज कराया है। स्कूल में ताला लगा हुआ है। पूरा स्टाफ फरार है।
दीन दयाल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक कृष्ण मोहन गुप्ता ने Media को फोन पर बताया- परिवार वालों के आरोप गलत हैं। बच्चा स्कूल में रोता रहता था। गुरुवार को भी वह रो रहा था। शांत न होने पर टीचर ने आरती मैडम को बुलाया। आरती उसे उसके भाई सुमित के क्लास रूम में लेकर गईं।
बच्चा वहां पर अपने भाई से खींचातानी करने लगा। टीचर ने डांटकर उसे बेंच पर बैठाया। तभी वह बेंच से नीचे गिर गया। उसे अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी मौत हो गई। स्कूल से कोई लेना-देना नहीं है। मैं घटना के वक्त नहीं था। मेरा सर गंगाराम अस्पताल दिल्ली में कैंसर का इलाज चल रहा है।