मुर्शिदाबाद हिंसा के शिकार हिंदुओं की चीखें सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचीं, 21 अप्रैल को सुनवाई
Murshidabad Violence Update: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा अब सुप्रीम कोर्ट की दहलीज पर है. वकील शशांक शेखर झा की ओर से दायर की गई जनहित याचिका (PIL) पर 21 अप्रैल को सुनवाई होगी. इस मामले की सुनवाई जस्टिस सूर्यकांत की अगुवाई वाली बेंच करेगी. याचिका में कोर्ट से आग्रह किया गया है कि हिंसा की जांच एक कोर्ट मॉनिटरिंग स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) से कराई जाए. याचिकाकर्ता का कहना है कि राज्य सरकार की नाकामी की वजह से ये हिंसा हुई और कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई. ऐसे में कोर्ट को राज्य सरकार से इस पर स्पष्टीकरण मांगना चाहिए.
DM राजर्षि मित्रा ने कहा, ‘पुलिस और केंद्रीय बल यहां हैं… स्थिति शांतिपूर्ण है.’ वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस मुर्शिदाबाद हिंसा के पीड़ितों से मिलने धुलियान पहुंचे हैं. मुर्शिदाबाद से दर्जनों परिवारों का पलायन अब भी जारी है. मुर्शिदाबाद के रानीपुर से 12 लोग, जिनमें महिलाएं, पुरुष और बच्चे भी शामिल हैं, अपनी जान बचाकर झारखंड के साहिबगंज जिले के मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र स्थित नया टोला गांव पहुंचे हैं. इन लोगों ने अपने रिश्तेदारों के घरों में शरण ली है. पीड़ितों ने घटनास्थल की भयावह तस्वीर बयान करते हुए बताया कि उपद्रवियों ने घरों और दुकानों को लूटने के बाद आग के हवाले कर दिया.
महिलाओं ने रोते हुए बताया कि उनके घरों में बंधे मवेशी तक लूट लिए गए और उनके साथ मारपीट की गई. एक महिला ने बताया कि वह किसी तरह जान बचाकर पाकुड़ पहुंची और वहां से ट्रेन पकड़कर मिर्जाचौकी. धुलियान निवासी प्रीति दास ने बताया कि उपद्रवियों ने जानलेवा हमला किया, बम और चाकू से लोगों को मारा, दुकानों में लूटपाट और आगजनी की. उन्होंने बताया कि दीदी की दुकान जला दी गई और उनके घर में भी आग लगा दी गई. प्रीति ने आरोप लगाया कि दंगाइयों का स्पष्ट निशाना हिंदू समुदाय के लोग थे. उन्होंने कहा, ‘बच्चों को छत से नीचे फेंका जा रहा था, महिलाओं पर हमला किया जा रहा था.’
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने मुर्शिदाबाद की घटनाओं के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. संगठन ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की है. दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अपना रुख दोहराते हुए दावा किया है कि मुर्शिदाबाद की घटना एक पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा थी.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के एलओपी और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मुर्शिदाबाद हिंसा के खिलाफ ‘हिंदू बचाओ रैली’ निकाली. अधिकारी ने कहा, ‘…नारा है ‘हिंदू बचाओ’, हमें बंगाल के हिंदुओं को बचाना है. हिंदू खतरे में हैं और मुर्शिदाबाद में हिंदू रो रहे हैं और पश्चिम बंगाल में स्थिति भयानक है…’
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तुलना हिटलर से की. उन्होंने कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री हिंदुओं के साथ खून की होली खेल रही हैं. शनिवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान जमाल सिद्दीकी ने कहा कि बंगाल की ममता सरकार में हिंदुओं के घरों को जलाया जा रहा है. रिपोर्ट है कि बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठिये घुस आए हैं और वो हिंदुओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं. ममता बनर्जी को यह समझना चाहिए कि बंगाल भारत का एक अभिन्न अंग है और उनकी सरकार में जिस तरह से हिंदुओं पर अत्याचार किया जा रहा है. यह दिखाता है कि वह देश को बदनाम कर रही हैं. बंगाल में जो खूनी खेल ममता सरकार के संरक्षण में हो रहा है, उसे देश ने देखा है और देश के लोग उनसे नफरत कर रहे हैं. 2026 के विधानसभा चुनाव में लोग उनकी सरकार को उखाड़ कर फेंक देंगे.
पीड़िता अमृता राय ने बताया कि दंगाइयों ने उनका घर तोड़ने की कोशिश की, लेकिन दरवाजा मजबूत होने के कारण वे भीतर नहीं घुस सके और उनकी बहू-बेटी की जान बच गई. उन्होंने आगे बताया कि जब पुलिस से मदद मांगी तो जवाब मिला, ‘अगर हथियार है तो मुकाबला करो, वरना जान बचाकर भाग जाओ.’ इन परिवारों का कहना है कि जब तक हालात सामान्य नहीं होते, वे अपने घर नहीं लौटेंगे.
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को अपनी अध्यक्ष विजया रहाटकर के नेतृत्व में हिंसा प्रभावित लोगों से मिलने के लिए धुलियान का दौरा किया. प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के दौरान कई महिलाएं रो पड़ीं और केंद्रीय बलों की स्थायी तैनाती की गुहार लगाई. एक महिला ने रोते हुए और प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य के पैर छूते हुए कहा कि हम यहां स्थायी बीएसएफ शिविरों के बिना जीवित नहीं रह सकते. यदि आवश्यकता हुई, तो हम उन्हें स्थापित करने के लिए अपनी जमीन और घर देने के लिए तैयार हैं. एनसीडब्ल्यू की टीम ने स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं को केंद्रीय गृह मंत्रालय तक पहुंचाया जाएगा. (IANS)
कांग्रेस नेता और कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा है कि मुर्शिदाबाद में जो हो रहा है वह हिंदुओं को मिटाने की साजिश है, सनातन को मिटाने की साजिश है. लेकिन एक बात साफ है और बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण है, जो हिंदुओं के घरों पर हमला कर रहे हैं वह हिंदुस्तानी मुसलमान नहीं हो सकते हैं. कोई हिंदुस्तान का मुसलमान हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ने का काम नहीं करेगा. हिंदुओं के घरों को जलाने का काम नहीं करेगा. हिंदुओं के घरों पर जुल्म अत्याचार करने का काम नहीं करेगा . यह कुछ बाबर, तैमूर लंग और औरंगजेब की नाजायज औलादें हैं और यह आतंकवादियों से मिले हुए हैं.’
मुर्शिदाबाद हिंसा लाइव: भाजपा ने अमित मालवीय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के माननीय राज्यपाल, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग, भाजपा नेता, गैर सरकारी संगठन और कई धार्मिक और सांस्कृतिक संगठन मुर्शिदाबाद में ग्राउंड जीरो पर पहुंच चुके हैं. फिर भी मुख्यमंत्री, जो भयानक हिंदू विरोधी दंगों की भड़काने वाली हैं, को पीड़ितों से मिलने का समय नहीं मिला. वह न तो संदेशखली की महिलाओं से मिलीं और न ही आरजी कर बलात्कार और हत्या की पीड़िता के माता-पिता से. ममता बनर्जी क्रूर और उदासीन दोनों हैं. उनमें जन सेवा के लिए आवश्यक सहानुभूति की कमी है. पश्चिम बंगाल जैसे आबादी वाले राज्य की मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करना तो दूर की बात है.मुर्शिदाबाद हिंसा लाइव: पश्चिम बंगाल से एक बड़ी खबर आ रही है कि मुर्शिदाबाद से जान बचाकर भागे हिंदुओं को बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. भाजपा नेता अमित मालवीय ने ममता सरकार पर निशाना साधा कि जब पीड़ित बीएसएफ कैंप में जाना चाह रहे थे, तब बंगाल पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया है. ममता की सरकार 1990 के कश्मीर का माहौल बना दिया है.
मुर्शिदाबाद हिंसा लाइव: बंगाल बीजेपी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘ ममता बनर्जी ने बंगाल की शिक्षा व्यवस्था को भाई-भतीजावाद, धोखाधड़ी और राजनीतिक पक्षपात के रैकेट में बदल दिया है. फिर से उजागर हो चुका है उनका स्कैम. 7 अप्रैल को कलकत्ता हाईकोर्ट नेगोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन के तहत 313 अवैध नियुक्तियों के वेतन पर रोक लगा दी. ये सिर्फ़ तकनीकी गड़बड़ियां नहीं थीं. बल्कि कई के पास पढ़ाने के लिए ज़रूरी बुनियादी बी.एड. योग्यता भी नहीं थी. यह कोई एक बार की बात नहीं है. यह एक पैटर्न है:-
- एसएससी घोटाले ने मेधावी छात्रों का भविष्य बर्बाद कर दिया
- नकदी-से-नौकरी घोटाले ने कक्षाओं को मुनाफ़े के केंद्रों में बदल दिया
- अब कम योग्यता वाले वफ़ादारों को शिक्षण पदों पर रखा जा रहा है
ममता का शासन मॉडल- योग्यता को नष्ट करो, चमचों को पुरस्कृत करो और झूठ फैलाओ. बंगाल के युवाओं को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती. और ना ही मुख्यमंत्री, आप अब नारों के पीछे नहीं छिप सकती हैं.
Murshidabad Violence Update: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस आज सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित क्षेत्र धूलियान पहुंच रहे हैं. वह हिंसा से प्रभावित इलाकों का जायजा लेने और पीड़ितों से मुलाकात करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर हैं. इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने मालदा में राहत शिविरों का दौरा किया था, जहां उन्होंने विस्थापित परिवारों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं. राज्यपाल ने कहा, ‘मैं शांति बहाल करने के लिए हर संभव कोशिश करूंगा. पीड़ितों ने मुझे बताया कि उनके घरों पर हमला हुआ, लूटपाट हुई और उन्हें जबरन बेघर कर दिया गया. मैं उनकी शिकायतों पर कार्रवाई करूंगा.