इकलौते बेटे ने पिता को ईंट से कूच-कूचकर मार डाला
सुल्तानपुर में एक बेटे ने अपने पिता की ईंट से कूच-कूच कर हत्या कर दी। इस दौरान बीच-बचाव करने आई बहन को भी आरोपी ने ईंट से घायल कर दिया। मां की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। घटना कोतवाली देहात क्षेत्र के केनौरा गांव की है।
हृदयलाल (55) अपने परिवार के साथ केनौरा गांव में रहते थे। रविवार की रात जब उसकी पत्नी विमला किसी काम से घर से बाहर गई, तभी उसका इकलौता बेटा श्रवण (30) शराब के नशे में घर पहुंचा। नशे में धुत श्रवण ने पिता से विवाद किया और फिर उस पर ईंटों से हमला कर दिया।
बहन ने बचाने की कोशिश की हृदयलाल को बचाने पहुंची उसकी छोटी बेटी अमीषा (18) भाई से पिता को बचाने लगी। लेकिन श्रवण ने अमीषा पर भी ईंट से हमला कर घायल कर दिया। इसके बाद उसने पिता के सिर पर कई वार किए और उसे अधमरा कर दिया।
अस्पताल में हुई पिता की मौत स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची एम्बुलेंस से हृदयलाल और अमीषा को राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने हृदयलाल को मृत घोषित कर दिया, जबकि अमीषा का इलाज चल रहा है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
परिवार में चार बेटियां और एक बेटा मृतक हृदयलाल के कुल पांच संतानें हैं—चार बेटियां और एक बेटा श्रवण। जिनमें तीन बेटियों सरोजा (35), मनोजा (32) और मनीषा (24) की शादी हो चुकी है। अमीषा (18) और बेटा श्रवण घर पर ही रहते थे। गांव में इस घटना के बाद से तनाव का माहौल है।
पिता पुत्र दोनों ही खेती किसानी करते थे। आए दिन दोनों शराब पीकर झगड़ा करते थे। रविवार रात भी ऐसा ही हुआ। शराब पीकर झगड़ा शुरू हुआ। सबने यही समझा रोज की तरह है। लेकिन जब मां और बहन रोने पीटने लगी तब गांव वालों को पता चला कि ये घटना हुई है।
पुलिस ने मां की तहरीर पर आरोपी बेटे को गिरफ्तार किया
सीओ लंभुआ अब्दुस सलाम ने बताया कि श्रवण वर्मा ने अपने पिता ह्रदय राम वर्मा पर ईंट से हमला किया था। इस हमले में ह्रदय राम वर्मा को गंभीर चोटें आईं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक की पत्नी की लिखित तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी श्रवण वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ के बाद विधिक कार्यवाही की जा रही है। बहन ने कहा- भाई को कड़ी से कड़ी सजा मिले
पहले भाई का स्वभाव ठीक था, लेकिन शादी के बाद उसके व्यवहार में बदलाव आ गया। जब उसकी पत्नी आई, तो वह बाहर कमाने नहीं जाता था। पत्नी को लगता था कि अगर वह कमाएगा तो वही उसके साथ रहेगी। जब पत्नी मायके जाने लगी, तो वह घर में सभी को परेशान करने लगा। वह मारपीट करता, गाली-गलौज करता और हर किसी से झगड़ता था।
गांव के लोग कुछ कहते तो उनके साथ भी वह दुर्व्यवहार करता था। अब हम नहीं चाहते कि वह कभी दोबारा यहां वापस आए। जैसे हमारे पिता हमें छोड़कर चले गए, वैसे ही वह भी यहां से चला जाए। उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और उसे सख्त सजा दी जाए।