उन्नाव : यूट्यूबर से लैंबॉर्गिनी-मर्सिडीज समेत 10 करोड़ की कारें जब्त
यूपी के उन्नाव जिले का यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर है। जांच एजेंसी ने उनकी लैंबॉर्गिनी, BMW, मर्सिडीज और थार जब्त की है। इन लग्जरी कारों की कीमत 10 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
25 साल के अनुराग और उनके घरवालों के सभी बैंक खाते सीज कर दिए हैं। इन खातों से हुई लेन-देन की जांच भी शुरू कर दी है। ED का यह एक्शन मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत चल रहा है। 22 नवंबर को उसने क्रूज पर शादी की थी। इसके बाद वह जांच एजेंसियों की रडार पर आया।
17 दिसंबर को ED ने अनुराग के उन्नाव और लखनऊ के 9 ठिकानों पर छापे मारे। इस दौरान 12 घंटे तक दस्तावेज खंगाले गए। शुरुआती जांच में क्रिकेट सट्टेबाजी, हवाला नेटवर्क और ‘टिपिंग’ के जरिए भारी कमाई के संकेत मिले हैं। कथित काली कमाई का इस्तेमाल दुबई समेत विदेशों में निवेश करने में किया गया।
अनुराग द्विवेदी ने एजेंसी का नाम लिए बिना कार्रवाई पर तंज कसा है। उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा- सफर यहां तक आसान नहीं था। एक नहीं, दो नहीं, करोड़ों ने हाथ खींचे। किसी ने पैर, किसी ने दिल, दिमाग, शरीर, आत्मा… सब पर जोर लगाया। संघर्षों के रास्ते चुने। खुद के लिए कभी जिया ही नहीं, मेरे साथी पास थे।
जबकि बड़े-बड़े टेबल पर ऑफर पड़े थे। 2025 में विभाग को मुझसे न जाने क्या समस्या हुई, जिन्हें इतना टैक्स दिया। आज देखो, हर तरफ वही तलवार और भाला लेकर खड़े हैं। उन्हें अपनी मजबूरी कैसे बताऊं, अपनी जरूरतें कैसे जताऊं… जब सही चीज़ को गलत साबित करने पर वो अड़े हों।
कैसे ED के रडार पर आया, कहां से की अकूत कमाई
- कभी साइकिल से चलने वाले अनुराग ने दुबई में कई अचल संपत्तियां खरीदी हैं। बताया जा रहा कि वह कुछ समय से दुबई में रह रहा है। 22 नवंबर को उसने लखनऊ की प्रेमिका से दुबई में क्रूज पर शादी की। इसमें उन्नाव के नवाबगंज से 100 रिश्तेदारों के दुबई आने-जाने और ठहरने का पूरा खर्च उठाया। दुबई से लौटे लोगों ने अनुराग के ठाठ-बाट की कहानियां सुनाईं। ये कहानियां ED तक पहुंच गईं और एजेंसियों की जांच के जद में आ गया।
- अनुराग सात साल पहले उन्नाव से दिल्ली गया। वहां पर यूट्यूबर बना, फिर ड्रीम‑11 जैसे फैंटेसी क्रिकेट प्लेटफॉर्म के लिए काम करने लगा। वह अपने यूट्यूब चैनल पर ड्रीम‑11 और अन्य फैंटेसी-गेमिंग ऐप्स के रेफरल लिंक और प्रमोशनल कोड भी देता। इन लिंक के जरिए जुड़ने वाले लोग या जो भी पैसा लगाते इससे उसे कंपनियों से कमीशन और रेफरल फीस मिलती थी। इसके अलावा वह ग्रोजन ऑनलाइन बैटिंग एप चलाता है। इससे भी उसकी कमाई होती है।
4 पॉइंट में जानिए ED की छापेमारी
- 5 गाड़ियों से 16 अधिकारी आए, दो जगह छापा मारा: ED के अधिकारी बुधवार सुबह 7 बजे 3 कारों से अनुराग द्विवेदी के गांव खजूर और 2 कारों से नवाबगंज कस्बे में चाचा नृपेंद्र नाथ द्विवेदी के घर पहुंचे। चाचा के घर पर ताला लटका मिला। इस पर सीआरपीएफ ने घर के बाहर ही डेरा जमा दिया।
- 12 घंटे के दस्तावेज खंगाले, कोने-कोने की तलाशी: करीब 11 बजे गांव से ED की टीम अनुराग की मां को नवाबगंज लेकर आई और ताला खुलवाया। टीम जांच कर रही थी, तभी नृपेंद्र नाथ और उनकी पत्नी भी घर आ गए। ED ने शाम 7 बजे तक घर का कोना-कोना खंगाला।
- प्रॉपर्टी के कागजात और डिजिटल गैजेट्स जब्त: जांच एजेंसी ने बैंक ट्रांजैक्शन, प्रॉपर्टी के कागजात और डिजिटल गैजेट्स को कब्जे में ले लिया। टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ड्रीम-11 से हुई करोड़ों की कमाई का स्रोत क्या है? क्या इस पैसे का इस्तेमाल किसी अवैध नेटवर्क को चलाने में किया गया?
- रेड के वक्त नहीं मिला अनुराग: छापेमारी के दौरान अनुराग घर पर नहीं था। ED अनुराग के विदेश में रहने और वहां हुए वित्तीय लेन-देन की भी कुंडली खंगाल रही है। हालांकि, जांच अधिकारियों ने अभी तक किसी आधिकारिक जब्ती की घोषणा नहीं की है।

