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यूपी : BJP विधायक ने लौटाई सुरक्षा, कहा-घर बैठकर ड्यूटी करने वाले 2 सुरक्षाकर्मी नहीं चाहिए

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गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपनी सुरक्षा लौटा दी। विधायक ने शुक्रवार रात 11.55 बजे X पर पोस्ट लिखकर ये जानकारी दी। ठीकरा गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र पर फोड़ा है।

नंदकिशोर गुर्जर ने X पर लिखा- मुझे देश और देश के बाहर से धमकी मिली। मुझ पर जानलेवा हमले तक हुए हैं। हत्या का षडयंत्र करते हुए अपराधी गिरफ्तार हुए हैं। इसके बावजूद गाजियाबाद पुलिस के कमिश्नर द्वारा मुझे अपमानित करने और स्वयं को सर्वोच्च दिखाने के लिए अनुशासनहीनता करते हुए अखबार में बयान दिए गए और मेरी सुरक्षा हटा दी।

इससे पहले 25 जुलाई को लखनऊ में CM की बैठक में पहुंचे विधायक ने पत्रकारों से बातचीत में कमिश्नर पर भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर आरोप लगाए थे।

विधायक ने कहा, मैं 4 महीने बिना सुरक्षा के अपनी जान जोखिम में डालकर भाजपा का प्रचार करता रहा। भाजपा को हराने के लिए हर संभव प्रयास करने और भाजपा कार्यकर्ताओं, निर्दोष लोगों पर फर्जी मुकदमे लगाकर जेल भेजने में इनको महारथ हासिल है।

योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने के बाद 2 सुरक्षाकर्मी खानापूर्ति के लिए यह कहकर भेजे गए कि मेरे साथ में कहीं नहीं जाना है, इनके घर पर रहना है। इसलिए योगी आदित्यनाथ जी, घर बैठकर ड्यूटी करने के लिए दी गई सुरक्षा को मैं जनपद की कानून व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए वापस कर रहा हूं। क्योंकि मेरी सुरक्षा लोनी की देवतुल्य जनता और देवाधिदेव महादेव स्वयं कर रहे हैं।

25 जुलाई को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेरठ मंडल के सभी जनप्रतिनिधि लखनऊ बुलाए थे। विधायक ने वहां पर भी पुलिस कमिश्नर के व्यवहार का मुद्दा उठाया। गाजियाबाद वापस आते ही 26 जुलाई की रात X पर सुरक्षा लौटाने की जानकारी देकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जून-2024 में एक TV चैनल से बातचीत में आरोप लगाया था कि पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने उनकी सुरक्षा हटा दी। बाद में पुलिस की तरफ से सफाई दी गई कि कोई सुरक्षा नहीं हटाई गई है। इसके बाद विधायक ने पुलिस कमिश्नर के खिलाफ कई लेटर शासन को लिखे।

ये तक आरोप लगाया कि पुलिस कमिश्नर उनकी हत्या का षड़यंत्र रच रहे हैं। इतना ही नहीं, विधायक ने प्रमुख सचिव गृह से पूछा कि असुरक्षा के माहौल में मैं यहीं रहूं या कहीं और चला जाऊं। कुल मिलाकर तमाम लेटरबाजी के बावजूद पुलिस कमिश्नर का बाल बांका नहीं हुआ।

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