वाराणसी : फुरकान ने झगड़े के बाद प्रियंका को खिड़की से फेंका
मेरी बेटी दीक्षांत समारोह में शामिल होने आई थी, उसे अपनी सहेली के घर रुकना था लेकिन फुरकान ने उसे बहलाकर अपने पास होटल में रोक लिया। होटल में उसने मेरी बेटी को पांच दिन से कैद करके रखा, उसे धनबाद नहीं आने दे रहा था। रोज टिकट कैंसिल तो कभी ट्रेन कैंसिल होने का बहाना बताता रहा। बेटी को किसी से बात नहीं करने दे रहा था, जबकि वह उसके चंगुल से निकलना चाहती थी। जब बेटी ने घर जाने की ज्यादा जिद की तो फुरकान ने उसे मारा-पीटा और फिर होटल की खिड़की से फेंक दिया।’
यह सब धनबाद से वाराणसी पहुंचे सेना से रिटायर्ड राम प्रसाद ने पुलिस को बताया। उनकी बेटी प्रियंका अभी बीएचयू के ट्रामा सेंटर में जिंदगी और मौत से जूझ रही है। गुरुवार की शाम को फुरकान ने प्रियंका को होटल एसवी ग्रांड की तीसरी मंजिल की खिड़की से बाहर फेंक दिया था।
राम प्रसाद कहते हैं कि यह सब साजिशन किया। फुरकान की नीयत मेरी बेटी के लिए हमेशा खराब रही, उनकी दोस्ती हमें कभी पसंद नहीं थी। कई बार बेटी को उससे दूर रहने की हिदायत दी। पढ़ाई और अन्य बहानों से वह मिलता-जुलता रहा। उसका मोटिव प्रियंका की हत्या था लेकिन अब वह जिंदगी मौत के बीच जूझ रही है।
लगभग 25 फीट ऊंचाई से गिरने के बाद प्रियंका सिर, गर्दन, कमर पीट समेत मल्टीपल इंजरी होने से आईसीयू में है। छात्रा के परिजनों ने उसके साथ होटल में रुकने वाले युवक फुरकान के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इसमें बेटी को पीटने और फिर खिड़की से धक्का देने के आरोप में हत्या के प्रयास के आरोप हैं।
चेतगंज पुलिस ने फुरकान और प्रियंका के मोबाइल और होटल एसवी ग्रांड से सीसीटीवी फुटेज भी जब्त कर लिए हैं, जिसमें छात्रा के होटल में आने-जाने और गिरने तक के विजुअल शामिल हैं। चेतगंज पुलिस ने फुरकान को गिरफ्तार कर लिया है। वह झारखंड के धनबाद बबेरू का रहने वाला है।
पुलिस ने फुरकान से कई राउंड पूछताछ हो चुकी है। इसमें उसने झगड़े, पीटने की बात स्वीकार की है। लेकिन प्रियंका के नीचे गिरने को महज हादसा बता रहा है। हालांकि अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी फुरकान 5 दिन से युवती को जबरन होटल में रखे था, जबकि वह घर लौटना चाहती थी।
बांदा के रहने वाले प्रियंका के पिता रामप्रसाद सेना से रिटायर्ड हैं। वह 20 साल से धनबाद में परिवार के साथ रहते हैं। उनकी बेटी ने प्रियंका ने वसंत कन्या महाविद्यालय से ग्रेजुएशन किया। दीक्षांत समारोह में वह डिग्री लेने 13 दिसंबर को बनारस आई थी। प्रियंका को उसके पिता बनारस छोड़ कर गए थे। इसकी जानकारी के बाद फुरकान ने भी उसी ट्रेन में टिकट ले लिया और वाराणसी आ गया।
प्रियंका ने पिता से एक सहेली के घर या हॉस्टल में रुकने की बात बताई थी। प्रियंका को कुछ दस्तावेज कॉलेज से चाहिए थे। पिता के जाने के बाद अगले दिन यानी 14 दिसंबर को फुरकान ने प्रियंका को फोन किया, कहा कि मैं भी वाराणसी में हूं।
फुरकान ने रामकटोरा के एसवी ग्रैंड होटल में कमरा किराए पर लिया था। होटल एसवी ग्रांड का पता दिया, इस होटल में दोनों 5 दिन से वहीं रुके थे। कुछ समय के लिए बाहर भी निकले लेकिन ज्यादा समय होटल में बिताया।
इस बीच प्रियंका ने बाहर जाने या धनबाद लौटने की बात कही। लेकिन कभी टिकट नहीं मिलने तो कभी ट्रेन कैंसिल होने का बहाना बनाकर उसने होटल में ही रोके रखा। गुरुवार को प्रियंका ने हर हाल में होटल छोड़ने और बाहर जाने की जिद पकड़ी तो दोनों में झगड़ा हो गया।
प्रियंका ने अपनी सहेली को पूरी घटना बताई, जिसके बाद फुरकान नाराज हो गया और उसने प्रियंका को पीट दिया। दोनों में काफी गुत्थमगुत्था हो गई, जिससे कमरे का समान भी बिखर गया। विवाद के बाद फुरकान ने उसे खिड़की से धक्का दे दिया और प्रियंका सिर के बल नीचे जा गिरी।
नीचे गिरने से उसके सिर में गंभीर चोटें आई और लहूलुहान होकर बेहोश हो गई। फुरकान आनन-फानन में नीचे आया। होटल स्टाफ की मदद से अस्पताल ले गया। जहां प्राथमिक उपचार के दौरान चिकित्सकों ने देखा कि चेहरा, सिर और पीठ पर गहरी चोट है। कुछ हड्डियां भी टूटी थीं। डॉक्टरों ने जवाब देते हुए युवती को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया।
फुरकान और युवती की दोस्ती नौ साल पुरानी है, तब दोनों साथ-साथ 8वीं में पढ़ते थे। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह और युवती दोनों एक ही कक्षा में थे। 2021 तक दोनों में काफी नजदीकी थी। प्रियंका जब वाराणसी पढ़ाई के लिए आई, तो संपर्क कम हो गया था।
समाजशास्त्र से स्नातक करने के बाद बीते जून में युवती फिर धनबाद पहुंची, तब पुन: फुरकान से बातचीत शुरू हुई। दोनों साथ-साथ वाराणसी आए थे। फुरकान ने केवल 10वीं तक पढ़ाई की है। इसके बाद उसने ग्राफिक्स और डिजाइन का काम सीखा और यही काम भी करता है। कुछ संस्थाओं के निजी सोशल मीडिया अकाउंट भी हैंडल करता था, जिससे पैसे मिलते थे।