महिला ने शेयर मार्केट में तगड़ें मुनाफे का लालच देकर CFO को लगाया गज़ब का चूना
ग्रेटर नोएडा. अगर आपको भी शेयर मार्केट में मुनाफे का झांसा दिया जा रहा है तो सावधान हो जाइए. नहीं तो रखी पूंजी गंवाकर लखपति से रोडपति बनने में समय नहीं लगेगा. एक ऐसा मामला सामने आया है जो हर किसी को झकझोर कर रख दे रहा है. शेयर मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर एक महिला जल साज ने एक कंपनी के सीएफओ के साथ 97 लाख रुपए की ठगी कर ली. मुनाफे के चक्कर में कई महीने तक ठग पीड़ित से रकम ट्रांसफर करवाता रहा. ठगी की जानकारी होने के बाद मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से की गई. जिन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई, पुलिस उन खातों की जांच करने में जुट गई है.
थाने में पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई. नोएडा के सेक्टर 77 स्थित प्रतीक विस्टरिया निवासी योगेश कुमार ने बताया कि वह रामागुंडम फर्टिलाइजर कंपनी कार्यालय में सीएफओ के पद पर कार्यरत हैं. उन्हें शेयर बाजार में खासी दिलचस्पी है. इसी साल 7 मार्च को उन्हें व्हाट्सएप पर एक निवेश ग्रुप में जोड़ा गया. ग्रुप एडमिन प्रिया शर्मा ने उन्हें यह भरोसा दिलाया कि अगर वह उसके दिशा-निर्देशन में निवेश करते हैं तो अच्छा मुनाफा मिलेगा.
पहले कराया ऐप डाउनलोड फिर करवाया निवेश
कथित प्रिया ने सहायक के रूप में काम करते हुए एक ऐप धनराशि डाउनलोड करवाई और योगेश का पंजीकरण करवाकर निवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी. शुरुआत में योगेश ने कम रकम निवेश की, जिस पर उन्हें मुनाफा मिला. इतना ही नहीं, उन्हें मुनाफा समेत पूरी रकम निकालने की सुविधा भी दी गई. इससे योगेश का विश्वास बढ़ गया और उन्हें यकीन हो गया कि शेयर मार्केट में निवेश कर वह घर बैठे पैसे काम सकते है. इसी भरोसे के चलते योगेश ने 15 मार्च से 30 मई तक 74 लाख रुपए निवेश कर दिए.
शेयर मार्केट में दिखाए करोड़ों का मुनाफा
ऐप पर योगेश का एक करोड़ से ज्यादा का पोर्टफोलियो दिखने लगा का दिखने लगा. जब उन्होंने उस रकम को निकालने की कोशिश की तो ठगों ने टैक्स के रूप में 22 लाख रुपए जमा करने की मांग की. विश्वास में आकर योगेश ने 22 लाख रुपए दे दिए. लेकिन, इसके बावजूद रकम नहीं निकली. तब जाकर उन्हें ठगी का एहसास हुआ. जब उन्होंने अपनी निवेश की रकम वापस मांगी, तो ठगों ने और पैसे निवेश करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया. कई बार मना करने के बाद जब योगेश ने और पैसे नहीं दिए, तो ठगों ने उनसे संपर्क तोड़ लिया और उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप से भी बाहर निकाल दिया.
साइबर पुलिस कर रही मामले की जांच पड़ताल
साइबर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. अधिकारियों का कहना है कि हर पहलू से जांच पड़ताल की जा रही है. जैसे ही इस मामले का खुलासा होगा, उनके आधार पर आगे की कारवाई की जाएगी. पुलिस उन बैंक खातों की भी पड़ताल कर रही है, जिनमें ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी.