अलीगढ़ का युवक नगालैंड में किडनैप, SP ग्रामीण ने चार घंटे में छुड़वाया
तुम्हारे पति खालिद को हमने किडनैप कर लिया है। अगर पति को जिंदा चाहती हो तो ढाई लाख का इंतजाम कर लो। ये पैसा एक-दो घंटे में चाहिए। अगर पैसे का इंतजाम नहीं हुआ तो तुम्हारे पति को मार देंगे।
पति के मोबाइल से ये धमकी भरा फोन अलीगढ़ में रहने वाली नसरीन के पास आया। मंगलवार सुबह 9:30 बजे फोन आने के बाद नसरीन एसपी कार्यालय पहुंची। यहां एसपी देहात अमृत जैन को रिपोर्ट दी। एएसपी ने नगालैंड में तैनात अपने परिचित पुलिसकर्मियों की मदद से करीब 4 घंटे अपह्रत खालिद को बरामद करवा दिया
बुलंदशहर के डिबाई क्षेत्र के कसेर निवासी खालिद करीब छह-सात साल से सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के लोको कालोनी में किराए के मकान में रहते हैं। भांजा साजिद नगालैंड में नौकरी करता है। 6 माह पहले खालिद भी उसके साथ नौकरी की तलाश में नागालैंड चले गए। खालिद दीमापुर जिले में फेरी लगाने लगे।
मंगलवार सुबह खालिद अलीगढ़ आने के लिए ट्रेन की टिकट कराने स्टेशन पर गए थे। तभी चार-पांच लोगों ने उनका किडनैप कर लिया। फिर करीब 9:30 बजे खालिद के फोन से पत्नी नसरीन के पास कॉल आई। फोन करने वाले ने धमकी दी। मेरे उधार के पैसे वापस कर दो। अगर पैसे नहीं दिए तो हम लोग खालिद को मार देंगे।
इसके बाद बदमाशों ने खालिद की उसकी पत्नी नसरीन से बात कराई। खालिद ने पत्नी से कहा- ये लाेग मेरे सामने खड़े हैं। ढाई-तीन घंटे में रुपए नहीं मिले तो ये लोग मुझे मार देंगे। मैं कहां हूं? रुपए मंगाने वाले कौन हैं, मुझे कुछ नहीं पता?
खालिद ने बताया कि भांजे साजिद ने यहां किसी से ढाई लाख रुपए उधार लिए हैं। वह पैसे चुकाए बिना ही यहां से चला गया है। भांजे ने जिस व्यक्ति से पैसे उधार लिए हैं, उसने इन बदमाशों को वसूली की जिम्मेदारी दी है।इन लोगों ने मुझे बंधक बना लिया है।
मेरे साथ मारपीट भी की है। इसके बाद बदमाशों ने खालिद से फोन छीन लिया और नसरीन से पैसे का इंतजाम करने की बात कहकर फोन काट दिया। धमकी भरा फोन आने के बाद नसरीन अपने भाई मुनाजिर के साथ दोपहर ढाई बजे एसएसपी कार्यालय पहुंची। यहां पर एसपी देहात अमृत जैन से मिली। उन्हें पूरी घटना बताई।
एसपी देहात ने नगालैंड में तैनात अपने परिचित जूनियर आईपीएस वैशाली जैन, आकाश सिंह और एकांत जैन से संपर्क किया। उन्हें पूरा मामला बताया। दीमापुर जिले की पुलिस ने सर्विलांस की मदद से खालिद और बदमाशों की लोकेशन निकाली।
नगालैंड पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 4 टीमों का गठन किया। परिजनों से खालिद का मोबाइल नंबर लेकर खुद परिजन बनकर आरोपियों से बात की। रुपए का इंतजाम होने की बात कही। वीडियो कॉल पर आरोपियों को फिरौती के ढाई लाख रुपए दिखाए। रुपए देखने के बाद आरोपियों को विश्वास हुआ।
फिर पुलिस टीम के दो लोग सादी वर्दी में बदमाशों के बताए ठिकाने पर पहुंचे। आरोपी जैसे ही पैसे लेने पहुंचे तो वहां पहले से मुस्तैद नगालैंड पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। पुलिस ने 5 बदमाशों को अरेस्ट कर खालिद को छुड़ा लिया।
फिर शाम को पुलिस ने खालिद को अलीगढ़ भिजवाने की व्यवस्था कराई। खालिद की बात उसकी पत्नी से कराई। पति से बात करने के बाद ही नसरीन ने राहत की सांस ली।
एसपी ग्रामीण अमृत जैन ने बताया कि पीड़ित की पत्नी अपने पति की अपहरण की शिकायत लेकर आई थी। इसके बाद नगालैंड पुलिस से संपर्क किया गया। बंधक बनाए खालिद का हमारे पास केवल मोबाइल नंबर था। इसके अलावा कोई जानकारी नहीं थी। जूनियर आईपीएस साथियों की मदद से इस आपरेशन में कामयाबी मिली। तीन घंटे मैं भी उनके संपर्क रहा। करीब चार घंटे में सकुशल पीड़ित को बरामद कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि नगालैंड में इस तरह के गिरोह सक्रिय हैं, जो रुपए वसूली का काम करते हैं। रुपए न मिलने पर लोगों की हत्या भी कर देते हैं। यह गिरोह भी उन्हीं में से एक हो सकता है। लोकल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।