अलीगढ़ : नमाज के बाद कुछ युवा हाथों में पोस्टर लेकर फिलिस्तीन के समर्थन में उतर आए, मांगा चंदा, लगे नारा-ए-तकबीर और अल्लाह-हू-अकबर के नारे
अलीगढ़, गुरुवार को ईद की नमाज के बाद शहर का माहौल बिगड़ते-बिगड़ते बच गया। कड़ी सुरक्षा और निगरानी के बीच बड़ी और छोटी ईदगाह में ईद की शांतिपूर्ण नमाज हुई। लेकिन, इसके बाद कुछ युवा हाथों में पोस्टर लेकर फिलिस्तीन के समर्थन में उतर आए। नारेबाजी करते हुए उन्होंने चंदा मांगा और फिलिस्तीन को आजाद करने की मांग की।
ईदगाह के बाहर खड़े होकर उन्होंने लोगों से फिलिस्तीन के लिए चंदा भी मांगा और खुलकर अपना समर्थन दिया। जब पुलिस को इसकी जानकारी हुई तो पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई और सभी से बातचीत करके उन्हें शांत किया। इस दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश भी की, लेकिन इसका विरोध होने लगा। जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्टर लेकर आवाज उठाने और उसके सहयोग के लिए चंदा मांगने की बात पर अधिकारी तुरंत अलर्ट हो गए। एसपी सिटी मृगांग शेखर पाठक, सीओ अभय कुमार पांडेय समेत अन्य अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंच गए। उन्होंने आरोपियों को शांत कराया।
इसके बाद पोस्टर लेकर फिलिस्तीन का समर्थन करने वालों को हिरासत में लेने की कोशिश की गई। लेकिन मौके पर हजारों की संख्या में मुस्लिम मौजूद थे और उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी का विरोध शुरू कर दिया। मौके पर नारा-ए-तकबीर और अल्लाह-हू-अकबर नारे लगने शुरू हो गए। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को हिदायत देकर छोड़ दिया।
ईद की नमाज के बाद फिलिस्तीन का समर्थन करने और उसके सहयोग के लिए रुपए जमा करने वालों की पुलिस से जमकर बहस हुई। जब पुलिस उन्हें हिरासत में लेने लगी तो नमाजियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया और कई मौलवियों ने उन्हें रिहा करने का पक्ष लिया।
इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिदायत देते हुए छोड़ दिया और लोगों से अपील करी कि इस तरह की कोई हरकत न करें। त्योहार के दौरान शांति व्यवस्था बनाकर रखें और अराजकता बिल्कुल भी न फैलाएं। हालांकि इस दौरान पुलिस ने सारे घटना क्रम की वीडियो भी बनाई और इसका रिकॉर्ड सुरक्षित किया गया है।
सीओ अभय कुमार पांडेय ने बताया कि शाहजमाल ईदगाह के बाहर 3-4 लड़के फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्टर लेकर खड़े थे और रुपए एकत्रित कर रहे थे। इनके वीडियो बना लिए गए हैं और इसके आधार पर इनकी पहचान की जा रही है। इन्हें चिह्नित करने के बाद मामले की जांच की जाएगी और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।