अलीगढ़ : ‘चप्पल की माला’ पहनकर चुनाव का अनोखा प्रचार, निर्दलीय प्रत्याशी को चुनाव चिन्ह में मिली हैं चप्पलें
अलीगढ़, लोकसभा चुनावों के लिए प्रत्याशियों को चुनाव चिन्हों का आवंटन किया जा चुका है। जिसके बाद जिले में प्रचार का अनोखा तरीका देखने को मिला रहा है। भ्रष्टाचार विरोधी सेना से दावेदारी करने वाले अलीगढ़ के निर्दलीय प्रत्याशी गले में चप्पलों की माला पहनकर अपना प्रचार प्रसार कर रहे हैं।
चुनाव आयोग की ओर से उन्हें चुनाव चिन्ह के रूप में ‘चप्पलें’ निशान आवंटित किया गया है। वहीं वह मंगलवार को चप्पलों की माला पहनकर कलेक्ट्रेट में धरने पर भी बैठे हुए हैं। उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन उनके साथ दोहरा बर्ताव कर रहा है। उन्हें प्रत्याशियों को मिलने वाला पास और सुरक्षा नहीं दी जा रही है। ऐसा सत्ता पक्ष के दबाव में हो रहा है।
निर्दलीय प्रत्याशी केशव देव का कहना है कि चुनाव चिन्ह आवंटन होने के बाद प्रत्याशी को प्रचार प्रसार के लिए पास का आवंटन किया जाता है। जिससे वह वाहनों में पास लगाकर अपना प्रचार प्रसार कर सके। इसके साथ ही उसे सुरक्षा के लिए सुरक्षा कर्मी भी दिया जाता है।
लेकिन पुलिस और प्रशासन की ओर से उनसे दोहरा बर्ताव किया जा रहा है। उन्हें न तो गाड़ियों के लिए पास दिए गए हैं और न ही सुरक्षा कर्मी दिए गए हैं। जबकि उन्हें खतरा भी है। उन्होंने सांसद प्रत्याशी पर भी आरोप लगाए कि वह भ्रष्टाचार में लिप्ट हैं और उन्होंने अपने कोई भी चुनावी वादे पूरे नहीं किए हैं। इस बार जनता उन्हें चुनाव में इसका परिणाम देगी।
समाजसेवी और आरटीआई कार्यकर्ता पं. केशवदेव 2017 से लगातार चुनावों में अपनी दावेदारी कर रहे हैं। उन्होंने 2017 में सबसे पहले विधानसभा चुनाव में दावेदारी की थी। इसके बाद उन्होंने 2022 में भी विधानसभा से नामांकन कराया और चुनाव लड़े।
2023 में हुए नकर निकाय चुनाव में भी वह मैदान में उतरे थे और उन्होंने वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ा था। अब वह एक बार फिर से मैदान में हैं और सांसद पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं। विशेष बात यह रही है कि हर बार उन्होंने चुनाव चिन्ह के रूप में चप्पल ही ली है।