बुलंदशहर में एक्यूआई 350 के पार, लोगों के आंखों में जलन
बुलंदशहर में प्रदूषण और मौसम का दोहरा असर देखा जा रहा है। गुरुवार को जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार 350 के पार बना रहा, जिससे शहर की हवा ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। सुबह से शाम तक छाई धुंध और दोपहर बाद हवा में बढ़ी नमी ने सर्दी का एहसास और तेज कर दिया।
सुबह से ही शहर के डीएम रोड, स्याना रोड, गुलावठी रोड और अनूपशहर रोड सहित पूरे जिले में धुंध की मोटी परत देखी गई। इससे वाहनों की रफ्तार धीमी हुई और दृश्यता कम होने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा।
विशेषज्ञों के अनुसार, धूल, कूड़ा जलाने और निर्माण कार्यों पर प्रभावी रोक न लगने के कारण प्रदूषण का स्तर नीचे नहीं आ रहा है। हवा की धीमी गति के कारण प्रदूषक कण जमीन के करीब जमा रहे, जिससे एक्यूआई में सुधार नहीं हो पाया।
डॉ. अंकुर शर्मा ने लोगों को सलाह दी है कि सुबह और शाम के समय बाहर निकलने से बचें, क्योंकि इस दौरान प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक होता है।
लगातार छाई स्मॉग की परत के बीच गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे हवा में अचानक नमी बढ़ने लगी। इसके परिणामस्वरूप तापमान में गिरावट दर्ज की गई और लोगों को सर्दी का एहसास होने लगा। मौसम विभाग के अनुसार, अधिकतम तापमान 24°C रहा, जो सामान्य से दो डिग्री कम था, जबकि न्यूनतम तापमान 10°C दर्ज किया गया।
बिगड़ती हवा का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। कई लोगों में आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में दिक्कत जैसी शिकायतें सामने आ रही हैं। नगर पालिका और प्रदूषण नियंत्रण विभाग का दावा है कि प्रदूषण कम करने के लिए पानी का छिड़काव, कूड़ा जलाने पर रोक और निर्माण सामग्री को ढकने जैसे कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, धरातल पर शहर की हवा लगातार खतरनाक स्तर पर बनी हुई है।

