Ayodhya Ram Mandir: रामलला के दर्शन की है इच्छा? इन 5 बातों का रखें ध्यान
दिल्ली: अयोध्या में रामलला के दर्शन को लगातार रामभक्तों की भीड़ उमड़ रही है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक 30 लाख से अधिक रामभक्तों ने भगवान श्रीराम का दर्शन कर लिया है. भव्य राम मंदिर में हर दिन लगभग 2.5 लाख रामभक्त रामलला का दर्शन करने आते हैं, जो भारत या दुनिया के किसी भी धार्मिक स्थल पर लगातार श्रद्धालुओं के आने का एक रिकॉर्ड है. सदियों से रामभक्त अयोध्या रामजन्मभूमि परिसर में रामलला के विराजमान होने का इंतजार कर रहे थे, ऐसे में अयोध्या मंदिर में भीड़ जल्द ही कम होने की उम्मीद नहीं है और अप्रैल में रामनवमी और गर्मियों की छुट्टियों से पहले भीड़ बढ़ने की उम्मीद है.
होटल का कमरा बुक करें: अयोध्या जाने का सबसे आसान तरीका सीधी उड़ान है. इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइस जेट के विमान मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई, जयपुर, पटना और दरभंगा जैसे विभिन्न शहरों से अयोध्या के लिए डेली उड़ान भर रहे हैं. अयोध्या के लिए ट्रेन कनेक्टिविटी भी अच्छी है, जिसमें दिल्ली-अयोध्या वंदे भारत और अमृत भारत भी शामिल है. अयोध्या पहुंचने से पहले होटल का कमरा पहले से बुक कर लें क्योंकि रामभक्तों की भीड़ की वजह से कमरों की कमी है. होमस्टे की बुकिंग के लिए आप धर्मशालाओं का विकल्प भी चुन सकते हैं या ‘होली अयोध्या’ ऐप डाउनलोड कर सकते हैं.
2 दिन की यात्रा की योजना बनाएं: राम मंदिर में भक्तों की भीड़ को देखते हुए अयोध्या में एक रात रुकना सबसे अच्छा विकल्प है. एक दिन की यात्रा का प्लान करने से आप अयोध्या शहर को सही से घूम नहीं पाएंगे और रामलला के दर्शन की बारी आपकी कितने देर में आएगी, यह भी कहना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में आप एक रात और दो दिन की यात्रा प्लान करें. कम से कम दो दिवसीय यात्रा में आपके पास राम मंदिर जाकर रामलला के दर्शन करने, शाम को राम की पैड़ी, जहां वार्षिक दीपोत्सव होता है, और प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर देखने के लिए पर्याप्त समय होगा. हनुमानगढ़ी मंदिर के पास उपलब्ध लड्डुओं को खाने से न चूकें.
कब दर्शन करना होगा सही: रामलला के दर्शन के लिए सुबह का समय सही होगा. राम मंदिर सुबह 6.30 बजे खुलता है और दोपहर 12 बजे तक तक दर्शन का सिलसिला जारी रहता है. मंदिर का पट दोपहर 12 बजे से 2 बजे के बीच दो घंटे के लिए बंद रहता है. मंदिर दोपहर 2 बजे फिर से खुलता है और रात 10 बजे तक खुला रहता है. सुबह-सुबह मंदिर जाने से भीड़ कम हो सकती है. याद रखें आप मंदिर परिसर के अंदर जूते, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक सामान या बैग नहीं ले जा सकते हैं. आप केवल अपना छोटा बटुआ ही ले जा सकते हैं. मंदिर के मुख्य द्वार पर कतार में प्रवेश करने से पहले सभी सामान तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र में जमा कर दें. इसके अलावा, आप भगवान को चढ़ाने के लिए कोई भी प्रसाद या फूल अंदर नहीं ले जा सकते. प्रसाद आप मंदिर परिसर के अंदर ट्रस्ट से प्राप्त कर सकते हैं.
लंबी पैदर यात्रा के लिए रहें तैयार: अयोध्या में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ की वजह से आपको लता मंगेशकर चौक की ओर जाने वाले धर्म पथ पर मंदिर में प्रवेश से कम से कम 3-4 किमी पहले पुलिस चेक-पोस्ट मिल सकते हैं और वाहनों को यहां रोका जा सकता है. इसलिए आप पैदल ही लंबी दूरी तय करने के लिए तैयार रहें. उत्तर प्रदेश सरकार मंदिर की ओर जाने वाले धर्म पथ और राम पथ पर तीर्थयात्रियों के लिए इलेक्ट्रिक बसें चला रही है. अयोध्या जिले में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के साथ पर्यटकों और भक्तों की संख्या में संभावित वृद्धि को देखते हुए तीन मार्गों का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण और छह स्थानों पर पार्किंग और सार्वजनिक सुविधाओं का विकास किया जा रहा है.
दर्शन के लिए कितना समय मिलता है: राम मंदिर में हर दिन 2.5 लाख रामभक्त रामलला का दर्शन कर रहे हैं और भक्तों को कतार में एक या दो घंटे का लंबा इंतजार करना पड़ता है. हालांकि, मुख्य मंदिर की ओर जाने वाले राम जन्मभूमि पथ पर अब पीने के पानी की सुविधा के साथ-साथ कुर्सियां और चटाई भी हैं. तीर्थयात्रियों को क्रमबद्ध तरीके से आगे भेजने के लिए होल्डिंग एरिया भी बनाए गए हैं. गर्भगृह में आप केवल लगभग 4-5 सेकंड के लिए ही रामलला का दर्शन कर पाएंगे. भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न स्थानों पर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं.