बदायूं : विस्फोट से घर ढहा, मां-बेटे की मौत
बदायूं, सोमवार दोपहर 3 बजे अचानक विस्फोट होने से एक घर ढह गया। इस हादसे में मां और बेटे की मौत हो गई। जबकि दो बेटियां अस्पताल में भर्ती हैं।
विस्फोट इतना भीषण था कि मलबा 200 मीटर दूर तक जा गिरा। साथ ही इलाके में काफी दूर तक धमाके की आवाज सुनी गई।
आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और दो बेटियों समेत मां को बाहर निकाला। जबकि बेटा मलबे में दबा रहा। तीनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने मां को मृत घोषित कर दिया। बाद में मलबे से निकाले गए बेटे की भी मौत हो गई। मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। घटना इस्लामनगर कस्बे के मोहल्ला मोहाली की है।
यहां रहने वाला अख्तर अली आतिशबाज है। घर में ही उसकी एक दुकान भी थी, जिसमें आतिशबाजी का सामान बेचता था। घर में भी आतिशबाजी का सामान रखता था। हादसे के समय घर में अख्तर की पत्नी के अलावा उसके 3 बच्चे भी मौजूद थे। हालांकि इस दौरान अख्तर घर में नहीं था।
रेस्क्यू के लिए 6 जेसीबी लगाई गईं
मौके पर पहुंचे लोगों और भीड़ ने एकजुट होकर मलबा हटाना शुरू किया। साथ ही सूचना मिलने पर प्रशासन ने 6 जेसीबी की मदद से 4 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। इस दौरान अख्तर की पत्नी शमां (37), दो बेटियां तमन्ना (9) और आलिया (11) को घायल अवस्था में निकाल लिया गया। सभी को अस्पताल भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने शमां को मृत घोषित कर दिया। बाद में बेटे तैमूर (7) को मलबे से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
धमाके के वह घर मलबे में तब्दील हो चुका था। धमाका इतना तेज था कि मलबा 200 मीटर दूर तक जा गिरा। एक बार धमाके के बाद भी रुक-रुक कर कई धमाके होते रहे। SDM प्रवर्धन शर्मा ने बताया कि रेस्क्यू जारी है। पूरी मुस्तैदी से प्रशासन काम कर रहा है।
लाइसेंस की जांच होगी
डीएम मनोज कुमार ने बताया कि इस्लामनगर में एक मकान में विस्फोट की सूचना पर पहुंचे हैं। सभी को रेस्क्यू कर लिया गया है। दो बच्चियों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। एक महिला शमां और उसके बेटे तैमूर की मृत्यु हुई है। अब वहां कोई भी दबा नहीं है, मलबा हटाया जा रहा है। हादसे की क्या वजह रही। इसकी जांच कराई जाएगी और जो चीजें निकलकर आएगी उसके आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे। लाइसेंस कहां का है, जांच के बाद इसके बारे में कुछ कहा जा सकता है।
200 गज में बना था 2 मंजिला घर
इस्लामनगर कस्बे के मोहाली में आतिशबाज अख्तर अली का 200 गज का 2 मंजिला घर था। उसने घर में एक दुकान खोल रखी थी। वह आतिशबाजी का सामान घर में ही बनाता था और यहीं से सप्लाई भी करता था।
सोमवार दोपहर अख्तर अली कहीं बाहर गया था। घर में पत्नी शमां (37), दो बेटियां तमन्ना (9), आलिया (11) और बेटा तैमूर (7) था। दोपहर करीब 3 बजे अचानक घर के अंदर रखे आतिशबाजी के सामान और बारूद में तेज धमाके के साथ विस्फोट हुआ। देखते ही देखते 2 मंजिला मकान जमींदोज हो गया।
एक के बाद एक 15 मिनट तक धमाके होते रहे। धमाके से पूरा मोहल्ला धुएं से भर गया। आधे घंटे तक आसपास धुआं फैला रहा। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने देखा, तो अख्तर अली का घर गिरा हुआ था। आनन-फानन में लोगों ने मलबा हटाना शुरू कर दिया। साथ ही पुलिस-प्रशासन को सूचित किया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस-प्रशासन की टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू शुरू किया। इस दौरान पहले अख्तर की 2 बेटियों को बाहर निकाला गया।
इसके बाद उसकी पत्नी शमां को बाहर निकाला गया। तीनों को अस्पताल पहुंचाया गया। फिर थोड़ी देर बाद बेटे तैमूर को भी मलबे से निकाल लिया गया। मगर, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद पुलिस ने मां और बेटे के शव का पंचायत नामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।