Bijnor News : पैसे दो, जूते लो.., शादी में साली-जीजा के बीच हुआ ऐसा विवाद, दुल्हन नहीं गई ससुराल
बिजनौर: उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर में एक शादी समारोह उस समय हंगामे में बदल गया जब जूता चुराई की रस्म पर दूल्हे और उसकी साली में नेग के पैसों को लेकर विवाद हो गया है. यह घटना नांगल थाना क्षेत्र के भारत बैंक्वेट हॉल में घटित हुई. नजीबाबाद से आई बारात का लड़की पक्ष ने भव्य स्वागत किया था, लेकिन खुशी का माहौल जल्द ही तल्खी में बदल गया. शादी की रस्मों के दौरान, जब दूल्हा रिजवान अपने जूते उतार कर मंडप में बैठा, तो दुल्हन की बहन (साली) ने जूता चुराई की रस्म के तहत 15 हजार रुपये की मांग रख दी. दूल्हे रिजवान ने केवल 2100 रुपये देने की पेशकश की. दिलचस्प बात यह है कि इसी समारोह में दुल्हन की एक और बहन की भी शादी हो रही थी, और दूसरे दूल्हे ने अपनी साली को 15 हजार रुपये देकर खुशी-खुशी रस्म पूरी कर ली थी.
लड़की पक्ष ने पहले दूल्हे द्वारा कम पैसे दिए जाने को अपना अपमान समझा. उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई कि दूसरे दूल्हे ने खुशी से 15 हजार रुपये दिए जबकि रिजवान इतनी कम रकम दे रहा है. देखते ही देखते माहौल गरमा गया और लड़की पक्ष ने बारात को बैंक्वेट हॉल में ही रोक लिया. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच जमकर तीखी बहस हुई, जिसमें ऊंची आवाजें और आरोप-प्रत्यारोप शामिल थे. बढ़ते विवाद को देखते हुए किसी ने पुलिस को सूचना दे दी. सूचना मिलते ही नांगल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की. पुलिस दोनों पक्षों को शांत कराकर थाने ले गई.
थाना अध्यक्ष ने दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने का प्रयास किया, लेकिन लड़की पक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा और दूल्हा पक्ष उससे ज्यादा पैसे देने को राजी नहीं हुआ. आखिरकार, घंटों तक चले विवाद और मान-मनौव्वल के बाद भी जब कोई समझौता नहीं हो सका, तो दूल्हा पक्ष बिना दुल्हन के ही बारात लेकर वापस लौट गया. इस घटना से शादी की खुशियां काफूर हो गईं और दोनों परिवारों के बीच रिश्ते में खटास आ गई. पुलिस अब इस मामले की आगे जांच कर रही है और यह देखने की कोशिश कर रही है कि क्या इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई बनती है.
यह कोई पहली बार नहीं है जब उत्तर प्रदेश में जूता चुराई की रस्म को लेकर इस तरह का विवाद सामने आया हो. इससे पहले, 5 अप्रैल को भी नजीबाबाद के गढ़मपुर गांव में इसी तरह का एक मामला सामने आया था. वहां भी जूता चुराई की रस्म में 50 हजार रुपये मांगने पर विवाद इतना बढ़ गया था कि बारात को बिना दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा था.