कॉलेज न जाकर घूमने निकले प्रेमी-प्रेमिका, लोगों ने पकड़ा, कराई सगाई
सहारनपुर में एक प्रेमी-प्रेमिका कॉलेज बंक कर घूमने चले गए। देर शाम तक युवती घर नहीं लौटी तो परिजन परेशान हो उठे। उसकी तलाश कर रहे थे। इस बीच शाम को युवक अपनी प्रेमिका को उसके गांव छोड़ने पहुंचा।
गांव वालों की नजर पड़ी तो उन्होंने युवक को पकड़ लिया। पूछताछ में युवक और युवती के बीच प्रेम संबंध होने की बात सामने आई।
इसके बाद ग्रामीणों ने युवक के परिजनों को भी मौके पर बुला लिया। दोनों पक्षों के पहुंचने पर गांव में पंचायत बैठाई गई। पंचायत में प्रेमी-प्रेमिका की शादी कराने का फैसला लिया गया। दोनों परिवारों के बीच शगुन का लेन-देन कराया गया और रिश्ता पक्का कर दिया गया। अब जल्द ही तारीख निकालकर दोनों की शादी धूमधाम से कराई जाएगी। यह मामला नागल क्षेत्र के इलाके का है।
देवबंद थाना क्षेत्र के एक गांव का युवक और युवती एक ही कॉलेज में पढ़ते हैं। पढ़ाई के दौरान दोनों के बीच दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे प्रेम में बदल गई। मंगलवार, 16 दिसंबर को दोनों ने कॉलेज जाने के बजाय साथ घूमने का कार्यक्रम बना लिया। सुबह घर से कॉलेज के लिए निकले, लेकिन कॉलेज बंक कर बाहर घूमने चले गए। देर शाम तक युवती घर नहीं लौटी तो परिजन परेशान हो गए और उसकी तलाश शुरू कर दी। रिश्तेदारों और कॉलेज के दोस्तों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
इसी बीच युवक बाइक से युवती को लेकर उसके गांव पहुंचा। गांव के कुछ लोगों की नजर दोनों पर पड़ी तो युवक को पकड़ लिया गया। पूछताछ में युवक और युवती के बीच प्रेम प्रसंग होने की बात सामने आई।इसके बाद ग्रामीणों ने दोनों के परिजनों को मौके पर बुला लिया। दोनों पक्षों के पहुंचने पर गांव में पंचायत बैठाई गई, जिसमें गांव के बुजुर्ग और जिम्मेदार लोग शामिल हुए। पंचायत के दौरान दोनों परिवारों से बातचीत की गई। सामने आया कि युवक और युवती एक ही जाति के हैं। इसी आधार पर पंचायत ने दोनों की शादी कराने का फैसला सुनाया।
पंचायत ने कहा- जब दोनों एक-दूसरे को पसंद करते हैं और दोनों एक ही जाति के हैं, तो ऐसे में इस रिश्ते को शादी में बदल देना ही बेहतर है। इसके बाद से युवाओं के बीच कॉलेज बंक करने पर मिली अनोखी सजा को लेकर यह मामला चर्चा में बना है।
पंचायत के फैसले पर दोनों परिवारों ने सहमति जता दी। इसके बाद मौके पर ही शगुन का लेनदेन कराया गया और दोनों का रिश्ता पक्का कर दिया गया। साथ ही यह भी तय हुआ कि कुछ ही दिनों में शादी की तारीख निकालकर दोनों का विवाह धूमधाम से कराया जाएगा।
वहीं ग्रामीणों ने कहा- पंचायत का मकसद किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था, बल्कि समाज में फैल रही चर्चाओं और गलत संदेश को रोकना था।
युवक के परिजनों ने कहा- हमें पहले इस प्रेम प्रसंग की जानकारी नहीं थी, लेकिन पंचायत में बातचीत के बाद हमने इस रिश्ते के लिए हामी भर दी। अब जब दोनों की सहमति है और समाज भी तैयार है, तो शादी ही बेहतर विकल्प है।
युवती के परिजनों ने भी पंचायत के फैसले को स्वीकार करते हुए कहा- समाज और परिवार की इज्जत सबसे ऊपर है। जल्द ही शादी की तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी।

