बुलंदशहर : वैल्यू आधी दिखाकर स्टांप ड्यूटी में करोड़ों की चोरी
बुलंदशहर के सिकंद्राबाद रजिस्ट्री कार्यालय में बड़े पैमाने पर राजस्व की चोरी का मामला सामने आया है। कार्यालय के अधिकारी संपत्तियों का मूल्यांकन वास्तविक कीमत से आधा या उससे भी कम दिखाकर सरकारी खजाने को चूना लगा रहे हैं। रोजाना करोड़ों रुपए के स्टांप ड्यूटी की चोरी की जा रही है, जो सीधे अधिकारियों की जेबों में जा रही है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीएम फाइनेंस ने जांच के आदेश दे दिए हैं। स्थानीय नागरिकों की शिकायतों का अंबार लगने के बाद प्रशासन हरकत में आया है। सूत्रों के अनुसार, रजिस्ट्री कार्यालय में एक बड़ा भ्रष्टाचार का नेटवर्क काम कर रहा है, जो प्रॉपर्टी के दस्तावेजों में हेराफेरी कर सरकार को मिलने वाले राजस्व का बड़ा हिस्सा हड़प रहा है।
यह घोटाला न केवल सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि प्रॉपर्टी के वास्तविक मूल्यांकन को भी प्रभावित कर रहा है। प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है और जांच के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही है। किसी व्यक्ति ने 20 साल पहले कोई प्लॉट लिया। उस प्लॉट पर उस व्यक्ति द्वारा 4 मंजिला शोरूम खड़ा कर दिया गया। अब 20 साल बाद उस शोरूम की कीमत तब खरीदे गए प्लॉट से लगभग 20 गुना अधिक हो गई। यहीं से रजिस्ट्रार दफ्तर का खेल शुरू होता है। उस शोरूम का बैनामा तब के प्लॉट दर्शाकर ही किया जाता है। इस तरह करोड़ों रुपए का सरकार को मिलने वाला राजस्व अफसरों की जेब मे चला जाता है। यदि किसी संपत्ति का मूल्य 9 करोड़ रुपए है, तो उसे महज 3 करोड़ रुपए की दर्शाकर उस पर स्टाम्प ड्यूटी ली जाती है, जोकि काफी कम होती है। इस प्रकार खरीददार को काफी कम रुपये के स्टाम्प लगाने पड़ते हैं। यहीं से असली खेल शुरू होता है।
एडीएम फाइनेंस अभिषेक कुमार सिंह का कहना है कि इस प्रकार के कई मामले संज्ञान में आये हैं। सभी मामलों की गंभीरता से जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। (input-bhaaskar)