बस्ती में CO की अफसर प्रेमिका को पत्नी-बेटी ने पीटा:रात में मिलने सरकारी आवास पर आई थी
बस्ती, सीओ सदर की प्रेमिका ने उनकी पत्नी और बेटी पर बंधक बनाकर मारपीट का आरोप लगाया है। राजस्थान की महिला हेल्थ अफसर ने पुलिस को दी तहरीर में कहा- सीओ मेरे साथ रिलेशनशिप में रहे हैं। मैं उनसे मिलने जयपुर से बस्ती आई थी। इसी दौरान उनकी पत्नी-बेटी ने मुझे कमरे में बंद करके जूतों से मारा। काफी देर तक मेरा मुंह दबाए रखा।
सीओ ने भी अपनी पत्नी और बेटी का पक्ष लिया। दो महिला कॉन्स्टेबल बुलवाकर मुझे गिरफ्तार करवा दिया। घटना 26 मई की रात की है। हेल्थ अफसर ने 28 मई को राजस्थान में जीरो FIR दर्ज कराई। इसी दिन केस बस्ती ट्रांसफर किया गया और यहां FIR दर्ज हुई। 10 दिन की इंटरनल जांच के बाद आज (शनिवार को) सीओ से सभी चार्ज वापस ले लिए गए हैं। सिद्धार्थनगर के एसपी को जांच सौंपी गई है।
मैं जयपुर में एक विभाग में अधिकारी हूं। मैं शादीशुदा हूं। मेरी बस्ती के सीओ सिटी विनय चौहान से 5 साल से दोस्ती है। वह मेरे साथ रिलेशनशिप में रहे हैं।
मैं जानती हूं कि वह भी शादीशुदा हैं। पिछले दिनों उन्होंने मुझे बस्ती में मिलने के लिए बुलाया था। इस पर मैं 26 मई को कार से जयपुर से बस्ती पहुंची। फिर उसी रात सीओ से मिलने उनके सरकारी आवास गई। इस दौरान उनके परिवार के लोग भी आ गए। सीओ सिटी की पत्नी और बेटी ने मुझे बुरी तरह से पीटना शुरू कर दिया।
मैं उन्हें समझाने की कोशिश करती रही, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। वो लोग मुझे थप्पड़, लात और जूतों से पीटते रहे। उनकी पत्नी मुझे घसीटकर एक कमरे में ले गई। उन्होंने मेरा मुंह जूते से बुरी तरह दबा दिया। इस दौरान मेरे शरीर पर कई जगह चोट के निशान आए। मेरी आंख के नीचे का हिस्सा नीला पड़ गया।
इसके बाद मुझे काफी देर तक कमरे में बंद रखा गया। सीओ विनय चौहान भी अपने परिवार का साथ दे रहे थे। यही नहीं, रात 2 बजे उन्होंने मुझे 2 कॉन्स्टेबल बुलाकर गिरफ्तार करवा दिया।
महिला अफसर ने कहा- मैं उन्हें अपने रिलेशन की दुहाई देती रही। मगर, सीओ ने कहा- तुम मर जाओ, मैं अपने परिवार का साथ दूंगा। वे मुझे पहले कई बार शादी करने की बात कह चुके हैं। कहते थे- मैं तुमसे बहुत जल्द शादी कर लूंगा। अब जब परिवार तक ये बात आ गई, तो मेरे साथ धोखा कर रहे हैं।
IG रामकृष्ण भारद्वाज ने इस केस की जांच सिद्धार्थनगर की SP प्राची को सौंपी है। पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी ने कहा- दोनों परिवार के बीच का व्यक्तिगत मामला है। केस दर्ज होने के बाद सीओ विनय चौहान के ट्रांसफर के लिए DGP मुख्यालय को पत्र लिखा गया है। साथ ही उनको सर्किल से हटा कर सारे चार्ज ले लिए गए हैं।