इस App पर करें नेताओं की शिकायत, 99 मिनट के अंदर दिखने लगेगा असर
cVIGIL App. निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघनों के संबंध में सूचना देने के लिए एक ‘सी-विजिल’ एप्प बनाया है. इस एप्प पर आप नेताओं की आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़े शिकायत, फोटो या वीडियो लोड कर सकते हैं. चुनाव आयोग ने दावा किया है कि शिकायत करने के 100 मिनट के अंदर एक्शन शुरू हो जाएगा. चुनाव आयोग के मुताबिक यह एप्प सूचना जिला नियंत्रण कक्ष में बीप करती है, जहां इसे फिल्ड इकाई को सौंपा जाता है. एक फिल्ड इकाई में उड़न दस्ते, निगरानी दल, आरक्षित दल आदि होते हैं. प्रत्येक फिल्ड इकाई के पास एक जीआईएस आधारित मोबाइल एप्लिकेशन होगी, जिसे “सी-विजिल डिस्पैचर” कहा जाता है. इससे फिल्ड इकाई सीधे जीआईएस और नेविगेश्प तकनीक के माध्यम से उस स्थान पर पहुंच जाती है तथा कार्रवाई करती हैं.
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार सीविजिल ऑरेटिंग शिकायत देने वाले शख्स का एक चित्र खिचेगा या 2 मिनट का वीडियो रिकार्ड करेगा. भौगोलिक सूचना प्रणाली द्वारा स्वचालित स्थान संबंधी मानचित्रण सहित फोटो, वीडियो एप पर अपलोड किया जाता है. इसके सफलतापूर्वक प्रस्तुतिकरण के पश्चात नागरिक को अपने मोबाइल पर कार्रवाई के अपडेट का पता लगाने तथा अनुवर्ती अपडेट प्राप्त करने के लिए एक विशिष्ट आईडी मिलती है. इस प्रकार एक व्यक्ति अनेक घटनाओं की रिपोर्ट कर सकता है तथा अनुवर्ती कार्रवाई को अपडेट हेतु प्रत्येक रिपोर्ट के लिए उसे एक विशिष्ट आईडी मिलेगा.
सी-विजिल एप्प पर ऐसे करें शिकायत
फिल्ड इकाई द्वारा कार्रवाई करने के पश्चात, यह निर्णय और निपटान के लिए रिटर्निंग अधिकारी को सीविजिल डिस्पैचर के माध्यम से की गई कार्रवाई संबंधी रिपोर्ट के रूप में संबंधित दस्तावेज का संदेश देता है तथा अपलोड करता है. यदि घटना सही पाई जाती है तो सूचना को आगे की कार्रवाई के लिए भारत निर्वाचन आयोग के राष्ट्रीय शिकायत पोर्टल पर भेज दिया जाता है तथा सतर्क नागरिक को की गई कार्रवाई की सूचना 100 मिनट के अंदर प्रदान कर दी जाती है.
यह एप्प केवल आदर्श आचार संहिता के उल्लंघनों के बारे में शिकायत प्राप्त करेगा. फोटो या वीडियों खींचने के बाद घटना की रिपोर्ट करने के लिए प्रयोक्ता को 5 मिनट मिलेंगे. गलत दृश्यों को अपलोड करने से रोकने के लिए, एप पूर्व- रिकार्ड किए गए फोटों/वीडियों को अपलोड नहीं करने देगा तथा न ही यह प्रयोक्त को इस ऐप द्वारा खींची गई फोटो को फोन गैलरी में सेव करने देगा. इसके अतिरिक्त, यह एप्लिकेशन केवल उन राज्यों में सक्रिय होगी जहां निर्वाचन की घोषणा की गई है. जिस क्षण कोई नागरिक राज्य से बाहर निकलेगा, यह ऐप निष्क्रिय हो जाएगी.
निर्वाचन आयोग इस ऐप्प तथा अपने आस-पास आदर्श आचार संहिता के उल्लंघनों के संबंध में नागरिकों द्वारा तुरंत रिपोर्ट करने के प्रति उनके उत्साह पर भरोसा कर रहा है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और आयोग के स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन करवाने के उद्देश्य को हासिल करने में मदद मिले सके.