वाराणसी : कांग्रेस-सपा नेताओं की पुलिस से नोकझोंक, योगी सरकार के खिलाफ पैदल मार्च निकाल रहे थे
वाराणसी, इंडी गठबंधन में शामिल विपक्षी दलों ने गुरुवार को जनसभा की। फिर पीएम के संसदीय कार्यालय तक मार्च किया। पीएम कार्यालय के पहले ही पुलिस ने प्रदर्शनकारी राजनेताओं को रोक दिया तो हंगामा हो गया। नेताओं और पुलिस के बीच काफी कहासुनी हो गई।
कांग्रेस और सपा नेता पीएम के संसदीय कार्यालय जाने की जिद पर अड़े रहे। पुलिस और कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की हुई, और काफी देर तक रस्साकशी चलती रही। इसे बाद कांग्रेस नेताओं ने एसीपी भेलूपुर को ज्ञापन सौंपा। जनसमस्याएं, मूलभूत सुविधाएं और विकास के नाम पर आमजन के उत्पीड़न की कहानी सुनाई।
मार्च व प्रतिरोध सभा में प्रदेश और केंद्र सरकारों के खिलाफ सवालों को उठाने के लिए विपक्ष जुटा हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने ज्ञापन लेकर सभी प्रदर्शनकारियों को भेज दिया।
गुरुवार को रविन्द्रपुरी के (पदमश्री चौराहा) स्थित बाबा साहेब आंबेडकर की मूर्ति के पास तक जनसभा शुरू हुई। सबसे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और बाबा साहब को माल्यार्पण किया गया। इसके बाद सरकार के कामों पर सवाल उठाए। कुछ देर में प्रधानमंत्री कार्यालय तक मार्च निकाला।
सबसे पहले आंबेडकर पार्क में इंडी गठबंधन की प्रतिरोध सभा में देश के लोकतंत्र और संविधान के समर्थन में नेता सरकार को आईना दिखाया। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि कि कांग्रेस समेत समूचा इंडी गठबंधन विपक्ष की भूमिका में सक्रिय है। वीवीआईपी शहर के नाम पर काशीवासियों की सुनवाई नहीं हो रही है। यूपी और दिल्ली की सरकार के दौर में बनारस में अधिकारियों मनमानी आम जनता के लिए परेशानी बन गई है। दहशत बनाकर लोकतांत्रिक आवाजों को कुचला जा रहा है।
2024 के लोकसभा चुनाव के बाद डबल इंजन वाली सरकार राजनीतिक बदला ले रही है। जनता के अलग-अलग हिस्सों और समूचे राजनीतिक नागरिक विपक्ष को निशाने पर लिया जा रहा है। वहीं सत्ता के करीबी के लोग जमीन लूट समेत भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं। 30 जनवरी को विपक्षी कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमों, बुलडोजर राजनीति, दमन और लूट खसोट जारी है।
इन 21 सवालों पर प्रदर्शन
1. बीएचयू में मनुस्मृति प्रकरण में बीएसएम के 13 छात्र छात्राओं का मुकदमा वापस हो। 2. पंचकोशी मार्ग पौराणिक कुंड को भूमाफियाओं के कब्जे से मुक्त करवाकर जीर्णोद्धार कराया जाए। 3. सीएए-एनआरसी आंदोलन में शामिल आंदोलनकारियों को साजिशन परेशान करना बंद किया जाय तथा उस मुकदमे को वापस किया जाय। 4. एनएसयूआई के नेता शाहिद जमाल को एटीएस परेशान करना बंद करे और आबिद शेख पर से फर्जी मुकदमे (केस संख्या……) वापस लिया जाय। 5. सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ संघर्ष कर रहे सभी राजनीतिक सामाजिक व विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे लादना व पुलिसिया उत्पीड़न बंद किया जाय। 6. लचर पैरवी के कारण आईआईटी बीएचयू की छात्रा के रेप मामले में दोषियों को जमानत मिल गई। इस मामले में सख्ती से जांच करके दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाया जाय। 7. विकास के नाम पर गैरकानूनी तरीके से जमीनों की लूट, बस्तियों को उजड़ना, दुकानों को तोड़ना बंद हो। 8. काशी द्वार परियोजना के नाम पर किसानों के जमीन की लूट बंद की जाय। 9. कज्जाकपुरा बस्ती के उजाड़े गए सफाईकर्मी परिवारों का पुनर्वास शहर के अंदर ही करने की गारंटी की जाय। 10. दालमंडी के व्यापारियों का उत्पीड़न बंद किया जाय तथा सड़क चौड़ीकरण परियोजना रद्द किया जाय। 11. रामनगर का नगर पालिका का दर्जा पुनः बहाल किया जाय। 12. ट्रांसपोर्ट नगर परियोजना के नाम पर किसानों से जबरन जमीन छीनना बंद किया जाय। 13. सर्वसेवा संघ की जमीन को तत्काल वापस की जाय। 14. रेहड़ी पटरी की दुकानों को उजाड़ना बंद किया जाय और स्ट्रीट वेंडर एक्ट के तहत स्थाई व्यवस्था किया जाय। 15. बनारस में जहां भी जमीन की खरीद बिक्री, विशेषकर रिंग रोड के किनारे पर, रोक हटाई जाय तथा सर्कल रेट का नवीनीकरण किया जाय। 16. पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे एनटीपीसी नैपुरा कलां(रमना) को आबादी से दूर शिफ्ट किया जाय। 17. NSUI के छात्रों पर लगे केस वापस हो। 18. बुनकरों की बिजली की पुरानी दर लागू की जाय तथा बुनकरों के लिए अलग से एक आर्थिक पैकेज मुहैया किया जाय। 19. ई रिक्शा/ ऑटो पर लगाई जा रही रोक/पाबंदी को तत्काल हटाई जाय और पुलिसिया उत्पीड़न बंद किया जाय। 20. गांव दादूपुर, थाना शिवपुर, वाराणसी के नीतेश मौर्या की जघन्य हत्या का मुकदमा दर्ज कर, अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए।
21. कुम्हार गढ्ढा को भू माफिया से मुक्त किया जाय।