DGP बोले- कांवड़ में DJ सॉन्ग पुलिस तय करेगी, भाषा-संगीत फूहड़ न हो; हरिद्वार में 4.5 करोड़ कांवड़िए भरेंगे जल
मेरठ, कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है। करीब 4.5 करोड़ कांवड़िए हरिद्वार और गोमुख से जल उठाएंगे। कांवड़ रूट को नो एक्सीडेंट जोन बनाया जा रहा है।
यूपी-उत्तराखंड में 8 कंबाइंड कंट्रोल रूम होंगे, ताकि कांवड़ियों को सभी सुविधाएं दी जा सकें। पुलिस डीजे पर बजने वाले सॉन्ग और वॉल्यूम भी तय करेगी। इसके अलावा पूरी कांवड़ यात्रा की ड्रोन से निगरानी होगी।
कांवड़ यात्रा को लेकर शनिवार को मेरठ में मुख्य सचिव मनोज कुमार और कार्यवाहक DGP प्रशांत कुमार ने उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और यूपी के अफसरों ने मंथन किया।
पश्चिमी यूपी में कांवड़ का ज्यादा जोर रहता है। यही वजह है कि शाहजहांपुर से वाया बरेली-दिल्ली हाईवे को वन-वे कर दिया जाता है। मेरठ, बरेली और बागपत के शिव मंदिरों में भक्त हरिद्वार और कछला घाट से जल लेकर पहुंचते हैं।
पूरब में गंगाजल लेकर लोग काशी विश्वनाथ पहुंचते हैं। दूसरे सोमवार से कांवड़ का जोर बढ़ जाता है, जो चौथे सोमवार तक चलता रहता है। इस बार सावन 5 सोमवार पड़ रहे हैं। कार्यवाहक DGP प्रशांत कुमार ने कहा- तिरंगा लेकर चलने वाले कांवड़ियों को खास सम्मान दिया जाएगा।
22 जुलाई से हाईवे होंगे बंद
कांवड़ यात्रा को देखते हुए यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। दिल्ली एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-देहरादून हाईवे और चौ. चरण सिंह कांवड़ मार्ग पर 21 जुलाई की रात 12 बजे से भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से बंद हो जाएगा।
गाजियाबाद से भारी वाहन इन रास्तों पर प्रवेश नहीं कर पाएंगे। यह व्यवस्था 5 अगस्त रात तक लागू रहेगी।
इन रास्तों पर 25 जुलाई से वन-वे व्यवस्था सख्ती से लागू की जाएगी। 27 जुलाई से हल्के वाहनों का आवागमन भी बंद कर दिया जाएगा।
ADG ध्रुवकांत ठाकुर ने बताया- कांवड़ रूट के सभी 12 जिलों का एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया जाएगा। इसमें हरिद्वार से हर घंटे निकलने वाले शिवभक्तों की जानकारी साझा की जाएगी। कांवड़ यात्रा के रास्तों की पर CCTV कैमरा और ड्रोन से निगरानी होगी।
5 KM पर हेल्थ कैंप, बॉर्डर पर खास सिक्योरिटी
पूरी कांवड़ यात्रा को 5 जोन में बांटा जाएगा। जगह-जगह पुलिस नाका रहेंगे। एक नाके पर 20 पुलिसकर्मियों की तैनाती रहेगी। हर 5 किमी पर हेल्थ कैंप होगा। सड़क से हटकर शिविर लगेंगे। खोया-पाया शिविर भी रहेगा।
दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान हर राज्य के बॉर्डर पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। डॉग स्क्वायड, बम निरोधक दस्ता, IB, इंटेलिजेंस, LIU की टीम भी एक्टिव रहेगी।
12 फीट से ऊंची कांवड़ रहेगी बैन
इस बार यात्रा में 12 फीट से ऊंची कांवड़ ले जाने पर बैन रहेगा। यही नहीं, कांवड़िए अपने साथ भाले, त्रिशूल या किसी प्रकार का हथियार लेकर नहीं चल सकेंगे। बॉर्डर पर ही कांवड़ियों की चेकिंग होगी। ID कार्ड भी चेक किया जाएगा। इसके बाद कांवड़ रूट पर प्रवेश मिलेगा। कांवड़ियों के वॉट्सऐप ग्रुप पर निगरानी रहेगी।
- 22 जुलाई रात से 5 अगस्त तक दिल्ली एक्सप्रेस-वे, एनएच-58 से मुजफ्फरनगर, गंगा बैराज की ओर से जाने वाले भारी वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे।
- 25 जुलाई रात से इन मार्ग पर वन-वे व्यवस्था लागू होगी।
- 27 जुलाई से एनएच-58, दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर हल्के वाहन भी बंद होंगे। जो हरिद्वार-मुजफ्फरनगर से आने वाले होंगे।
- 29 जुलाई की रात से 4 अगस्त तक दिल्ली एक्सप्रेस-वे, एनएच-58, कांवड़ पटरी मार्ग, दिल्ली रोड पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद रहेगा।
कांवड़ियों के लिए तय हैं 7 रूट
- मुजफ्फरनगर के नावला रजवाहे से पुरा महादेव तक (रजवाहा मार्ग)
- मुजफ्फरनगर के खतौली से गाजियाबाद बार्डर ( चौ. चरण सिंह गंगनहर कांवड़ मार्ग)
- दौराला के दादरी से गाजियाबाद के मोहिउद्दीनपुर तक (एनएच-58)
- बहसूमा से किठौर
- मोदीपुरम से बेगमपुल और फिर दिल्ली रोड
- जीरो माइल तिराहा से हापुड़ रोड खरखौदा थाना क्षेत्र
- बेगमपुल से किठौर बार्डर तक (गढ़ रोड)
कांवड़ यात्रा में रहेंगी ये व्यवस्थाएं
- महिला कांवड़ियों के लिए शौचालय, स्नान की अलग सुविधा दी जाएगी।
- उनकी रक्षा की समुचित व्यवस्था की जाएगी। घाटों की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग को बढ़ाया जाएगा।
- कांवड़ मार्ग पर शराब, मांस की दुकानों को बंद किया जाएगा।
- कांवड मार्ग पर भारी वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा।
- कांवड़ शिविर बाई और सड़क से 20 फीट अंदर लगाए जाएं। ताकि कोई दुर्घटना न हो।
- कांवड़ रूट के सभी बिजली पोल पालिथीन से और ट्रांसफॉर्मर को जाली से कवर किया जा रहा है।
- यात्रा के दौरान अगर किसी जिले में कोई बड़ा आयोजन या परीक्षा हो तो इसकी सूचना शासन को दी जाएगी।