धीरेंद्र शास्त्री पदयात्रा में बेहोश हुए, सड़क पर लेटे
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा का गुरुवार को सातवां दिन है। यात्रा अब यूपी में दाखिल हो चुकी है। मथुरा पहुंचने से पहले लगातार दूसरे दिन धीरेंद्र शास्त्री की तबीयत बिगड़ गई। यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर उन्हें अचानक चक्कर आ गया। वे सड़क पर ही लेट गए।
आसपास मौजूद भक्तों ने संभाला, गमछे से हवा की। थोड़ी देर लेटे रहने के बाद धीरेंद्र शास्त्री उठकर बैठे। अचार के साथ पराठा खाया। इससे पहले बुधवार को भी उन्हें बुखार आ गया था। डॉक्टरों ने उनका चेकअप कर दवा दी थी। थोड़ा आराम करने के बाद धीरेंद्र शास्त्री ने यात्रा आगे बढ़ाई थी।
इस बीच होडल में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि दिल्ली ब्लास्ट आतंकवादी हमला था। उन्होंने हमारी पदयात्रा को भी टारगेट कर हिंदुओं को डराने की कोशिश की। हम बता देते हैं कि मौलवी मदरसे में बच्चों को डॉ. कलाम बनाएं, डॉ. मुल्ला नहीं। नहीं तो पूरी कौम को दिक्कत होगी।
बता दें कि मथुरा में 55 किलोमीटर की यात्रा चार दिन में पूरी की जाएगी। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। एएसपी अनुज चौधरी खुद मोर्चे पर तैनात हैं। बुधवार शाम को पदयात्रा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री को बुखार आ गया था। डॉक्टर ने उनका चेकअप किया था।
आतंकवाद और शहीदों पर धीरेंद्र शास्त्री बोले- आज की यात्रा शहीद हेमराज के नाम पर है। शहीदों को केवल मंच तक सीमित नहीं रखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मथुरा का कलंक मिटाने के लिए 16 नवंबर को महा हिन्दू सम्मेलन 4 धाम वृंदावन में होगा। इसमें बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे।
धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं- दूसरों को काफिर कहने वालों के अंदर मजहबी सोच है। मौलवियों को हमारा संदेश है कि बच्चों को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाओ। मदरसे की तालीम आतंकवादी वाली है। उन्हें कट्टरपंथी वाली सोच का नहीं होना चाहिए। नहीं तो आपकी कौम को देश में रहने में खतरा होगा।
शास्त्री बोले- मुसलमान अपने बच्चों को डॉ. कलाम बनाएं, न कि डॉ. मुल्ला, जो आतंकवाद में पकड़े गए। दिल्ली में किया गया हमला आतंकवादी था। उन्होंने हमारी यात्रा को भी टारगेट करने की कोशिश की थी। वे हिंदुओं को डराना चाहते थे, ताकि हिंदू यात्रा से अलग हो जाएं।
शास्त्री कहते हैं- हिंदू एक नहीं हुआ तो हर गली-मोहल्ले में बम फूटेंगे। 16 नवंबर को 3.0 यात्रा की घोषणा करेंगे। मेरी तबीयत से ज्यादा हिंदुओं की तबीयत खराब है। जान चली जाए, लेकिन यात्रा बंद नहीं होगी। हमारी जान, मन, हेल्थ सब हिंदुत्व के लिए कुर्बान है।

