गोलगप्पे फ्री न खिलाने पर दबंगों ने इतना पीटा कि अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ दिया दम
कानपुर गोलगप्पे फ्री में न खिलाने पर दबंगों ने चार साथियों के साथ मिलकर दुकानदार का इतना पीटा कि वो मर गया। देर रात घर पहुंचने पर दुकानदार की हालत बिगड़ी तो परिजन अस्पताल ले गए। इलाज के कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। दुकानदार की पत्नी ने दबंग व उसके साथियों के खिलाफ तहरीर दी है।
कानपुर में किराए पर रहता था परिवार
कानपुर देहात के मूसानगर रहने वाले 40 वर्षीय प्रेमचन्द्र निषाद पत्नी शशि देवी, बेटा अनुज, बेटी मानसी, प्रियांशी और दिव्यांशी के साथ चकेरी क्षेत्र स्थित सफीपुर में कैलाश चंद्र के मकान में किराए पर रहते थे। वह ठेले पर गोलगप्पे बेचकर परिवार का भरण-पोषण करता था।
रास्ते में रोककर की मारपीट
परिजनों के मुताबिक रविवार देर शाम प्रेमचंद्र ठेला लेकर घर लौट रहे थे। सफीपुर मोड़ के पास इलाके का एक दबंग अपने चार साथियों के साथ खड़ा था। उसने प्रेमचन्द्र को रोका और मुफ्त में गोलगप्पे खिलाने को कहा।
प्रेमचन्द्र के मना करने पर आरोपियों ने गाली-गलौज शुरू कर दी और जमकर मारा पीटा। आसपास के लोगों ने बीच-बचाव किया। प्रेमचंद्र ठेला लेकर घर पहुंचे और पत्नी शशि को घटना बताई।
रात में अचानक बिगड़ी तबीयत
रात में अचानक प्रेमचंद्र की हालत बिगड़ी तो परिजन अस्पताल लेकर भागे। पहले निजी अस्पताल ले गए वहां से उर्सला लाए। उर्सला में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सोमवार सुबह घटना की जानकारी पर पुलिस पहुंची और जांच-पड़ताल की। परिजनों ने दबंग व उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाया है।
चकेरी थाना प्रभारी अशोक दुबे ने बताया कि परिजनों की ओर से तहरीर दी गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।
सहायक पुलिस आयुक्त दीलिप कुमार सिंह के अनुसार लड़ाई-झगड़ा हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जो भी तथ्य पता चलेंगे उसके आधार कार्रवाई होगी। फिलहाल बॉडी पर चोट का कोई गहरा निशान नहीं मिला है।