16 साल की दिव्यांग लड़की से गैंगरेप…हत्या
बाराबंकी, 16 साल की दिव्यांग लड़की की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई। दो लड़कों ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर 14 दिसंबर को यानी 23 दिन पहले उसे सीतापुर से लखनऊ बुलाया। फिर लड़की को बाराबंकी लेकर आए। यहां ईंट-भट्ठे के निकट खाली पड़े फार्म में लड़की से दोनों ने रेप किया।
इसके बाद लड़की को बंधक बना लिया। उससे 9 दिनों तक दरिंदगी करते रहे। इसके बाद 23 दिसंबर को लड़की की गला दबाकर हत्या कर दी। लाश को नदी के किनारे मिट्टी में दफना दिया। पुलिस ने पीड़िता के फोन कॉल की CDR निकलवाई, तो दोनों आरोपियों को पता चला।
इसके बाद शनिवार को दोनों को घर से उठाकर थाने ले आई। पहले तो आरोपियों ने पुलिस को उलझाया, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती की, तो दोनों ने पूरी वारदात कबूल की। इसके बाद रविवार को पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर लड़की की लाश बरामद की। फिर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
मां बोली- जॉब करने सीतापुर गई थी बेटी
दिव्यांग लड़की बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला थाना के एक गांव की रहने वाली थी। उसकी मां ने बताया,” मेरी नाबालिग बेटी एक पैर से दिव्यांग थी। वो अक्सर अपने चाचा से नौकरी लगवाने की बात कहती थी। इसके बाद उसके चाचा ने सीतापुर में उसकी नौकरी लगवा दी थी। 10 दिसंबर को बेटी सीतापुर चली गई थी। वो वहीं रह रही थी। उससे रोज मोबाइल पर बात हो जाती थी।”
14 दिसंबर को घर आने वाली थी
मां ने बताया कि 14 दिसंबर की सुबह बेटी से फोन पर बात हुई थी। उसने कहा था कि शाम को घर आऊंगी। आपके लिए कुछ कपड़े खरीदे हैं। मगर शाम को अचानक उसका नंबर बंद हो गया। मुझे लगा कि मोबाइल की चार्जिंग खत्म हो गई है। वो देर शाम तक आ जाएगी। मगर वो देर रात तक घर नहीं पहुंची। इसके बाद हम लोगों ने काफी खोजबीन की।
अगले दिन बेटी जहां नौकरी करती थी, वहां पता किया। उन्होंने बताया कि 14 दिसंबर को ही लड़की घर चली गई थी। इसके बाद हम लोगों ने 17 दिसंबर को सीतापुर में लड़की की गुमशुदगी दर्ज कराई। ”
इसके बाद सीतापुर पुलिस ने किशोरी के मोबाइल नंबरों की कॉल रिकॉर्ड्स और लोकेशन खंगाली। फोन की CDR के आधार पर बाराबंकी के जहांगीराबाद के रहने वाले आदित्य और मसौली थाना क्षेत्र के रहने वाले अतुल यादव को उठाया। दोनों को सीतापुर ले जाकर पूछताछ शुरू की।
पहले तो दोनों ने खुद को दोस्त बताया और उलझाने लगे। लेकिन पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड दिखाए। तब जाकर दोनों ने पूरी वारदात कबूल कर ली। आरोपियों ने बताया कि 14 दिसंबर को हम दोनों ने किशोरी को नौकरी का झांसा देकर सीतापुर से लखनऊ बुलाया। इसके बाद उसे बाराबंकी में ले गए। यहां एक ईंट-भट्ठे के निकट खाली पड़े फॉर्म में लेकर गए।
ASP सीएन सिन्हा ने बताया, “दोनों आरोपी अभी सीतापुर में महमूदाबाद थाना पुलिस की कस्टडी में हैं। जल्द ही उन्हें कागजी कार्रवाई पूरी कर बाराबंकी लाया जाएगा। उसके बाद जल्द से जल्द दोनों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे।”