गोरखपुर : टीचर ने बच्चे को पटक-पटक कर पीटा, दांत टूटा
अंकल बहुत गंदे हैं, उन्होंने बहुत पीटा। मैं रोता, चिल्लाता रहा, लेकिन मेरे दर्द से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा। जब मेरी गर्दन उन्होंने पकड़ी तब मेरी सांस ही अटक गई थी। मैं ठीक से चिल्ला भी नहीं पा रहा था। वह मुझे पटक-पटक कर मारते रहे। मेरे दोनों घुटनों में सूजन आ गई है।
मेरे बाल खींचते हुए घर तक ले गए। घर ले जाकर उन्होंने एक अंगूठी पहनी। फिर उससे मारना शुरू कर दिया। करीब 10 थप्पड़ मारे। जमीन पर गिराकर लात-घूसों से मारा। मुक्का मारकर एक दांत भी तोड़ दिया। बहुत दर्द हो रहा था। मैं उनसे बचना चाह रहा था, लेकिन हर तरफ से वह दौड़ाकर मुझे पकड़ ले रहे थे। अभी तक सिर में तेज दर्द हो रहा है। पांच दिन हो गए, कान से सुनाई ही नहीं दे रहा है।
बॉल को लेकर पड़ोसी बच्चों में विवाद हुआ था दयानंद शर्मा तिवारीपुर थाना क्षेत्र के संकट मोचन नगर में रहते हैं। वह बैंक रोड स्थित डॉक्टर के यहां एकाउंटेंट का काम करते हैं। उन्होंने बताया- मेरे 3 बेटे हैं। सबसे छोटा 8 साल का बेटा सूर्यांश शर्मा कक्षा-3 में पढ़ता है।
तिवारीपुर थाने में एप्लिकेशन देते हुए बताया- 21 अक्टूबर को कॉलोनी में मेरा बच्चा दोस्तों के साथ खेल रहा था, तभी उसे एक क्रिकेट बॉल नाली में पड़ी दिखी। उसने नाली से बॉल निकाली। इसी बीच सूर्यांश के साथ खेलने वाला पड़ोस का बच्चा पहुंच गया। बॉल को लेकर सूर्यांश का उससे विवाद हो गया।
इस दौरान उस बच्चे के पिता वेद प्रकाश ओझा आ गए। वेद प्रकाश ओझा बिहार में सरकारी टीचर हैं। उन्होंने सूर्यांश को दौड़ाकर पकड़ लिया। किसी तरह सूर्यांश उनके चंगुल से छूटकर भागा। सूर्यांश चिल्लाते हुए भाग रहा था। मगर आरोपी टीचर ने मेरे बेटे को दौड़ाकर पकड़ लिया।
टीचर ने पहले सड़क पर गिराकर मेरे बेटे को पीटा। इसके बाद सूर्यांश के बाल पकड़कर उसके चेहरे पर 10 से अधिक थप्पड़ मारे, फिर उसकी गर्दन पकड़कर मारते हुए अपने घर ले गया।
घर के अंदर कमरे में बंद कर पीटा
पिता ने बताया, ‘घर के अंदर सूर्यांश को फर्श पर गिराकर लात-घूंसे से पीटा, फिर उसके मुंह में मुक्का मारा। इससे उसका एक दांत टूट गया। मेरे बेटे के कान, पैर और हाथ पर भी चोटें आई हैं। 30 मिनट बाद मेरा बेटा किसी तरह से टीचर के घर से भागकर आ गया।
बेटे ने मुझे बताया कि आरोपी उसे कमरे में बंद कर पीट रहा था। कहा- जब तुम्हारे मां-बाप आएंगे, तभी छोड़ेंगे। इसी बीच आरोपी ने दरवाजा खोला और वह मौका देखकर भाग निकला। जब मैं और मेरी पत्नी शिकायत करने पहुंचे तो वह मुझे धमकी देने लगा, अभद्रता की और झगड़ा करने लगा।
इसके बाद मैंने 112 पर कॉल कर पुलिस बुलाई। आरोपी टीचर मेरे घर से 200 मीटर की दूरी पर रहता है। वह अपने परिवार के साथ किराए के घर में रहता है।’
पिता बोले- पिटाई से बेटा दहशत में पिता ने बताया- पुलिस ने बातचीत की, फिर थाने पर आने के लिए कहा। हमने थाने में एप्लिकेशन दी। इस घटना के बाद से ही मेरा बेटा सूर्यांश डर गया है। घर से कहीं बाहर नहीं निकल रहा है।

