बिन दूल्हे करवा दिए कन्याओं के फेरे, 10-10 हजार में बांट दिए सर्टिफिकेट
कौशांबी. उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा का बड़ा मामला सामने आया है. आरोप लगाया गया है कि दो दर्जन से अधिक कन्याओं का विवाह बिना दूल्हे के करवा दिया गया. इतना ही नहीं सभी को शादी का सर्टिफिकेट भी दे दिया गया. इसके लिए सभी से 10-10 हजार रुपए बतौर रिश्वत भी लिए गए. अब इस मामले की शिकायत योगी सरकार से की गई है, जिसके बाद हड़कंप मचा हुआ है.
शिकायतकर्ता डीएस मौर्य ने समाज कल्याण राज्यमंत्री को पत्र भेजकर यह आरोप लगाया है. शिकायतकर्ता डीएस मौर्य का आरोप है कि 23 नवंबर 2024 को सिराथू ब्लॉक के बाबू सिंह डिग्री कॉलेज में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमें 200 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया. दो दर्जन से अधिक कन्याओं के वर (दूल्हे) विवाह समारोह में शामिल नहीं हुए थे. आरोप है कि समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी ने लोगों से 10-10 हजार रुपये लेकर कागजों में शादी दिखा दिया.
मामले की शिकायत समाज कल्याण विभाग के राज्यमंत्री से की गई तो प्रशासन में हड़कंप मच गया. डीएम मधुसूदन हुल्गी ने इस मामले में जांच टीम गठित की है. डीएम ने बताया कि ऑनलाइन प्रक्रिया के बाद सत्यापन होता है. उसके बाद ही जोड़ों को शादी समारोह में शामिल कर विवाह संपन्न कराया जाता है. यदि जांच में यह आरोप सही पाए गए तो ऐसे लाभार्थियों को शासन की ओर से मिलने वाला लाभ नहीं दिया जाएगा और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.