नये साल में चाहते हैं शनिदेव की कृपा तो आज ही करें ये उपाय
हरिद्वार. शनि देव को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह की भ्रांतियां हैं कि शनिदेव कष्ट देते हैं या फिर शनि देव बने बनाएं काम बिगाड़ देते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में कुल नौ ग्रह होते हैं जिनमें शनि देव को सबसे अधिक क्रूर और शक्तिशाली ग्रह बताया गया है. जीवन में होने वाली सभी समस्याओं और परेशानियों के लिए शनिदेव को दोष दिया जाता है जबकि शास्त्रों के अनुसार शनि देव न्याय के देवता हैं जो जातकों का उनके कर्मों के आधार पर फल प्रदान करते हैं.
सूर्यपुत्र शनिदेव जातकों को उनके कर्मों का फल देने के लिए जीवन में एक बार जरूर आते हैं. ज्योतिषी गणना के अनुसार शनि देव 30 साल बाद एक राशि पर आते हैं. शनि देव अपनी कुंभ राशि पर मार्च 2025 तक रहेंगे जिसके 30 साल बाद शनि देव कुंभ राशि पर आकर ढाई साल तक गोचर करेंगे.
इनको दान करने से खुश होंगे शनि महाराज
साल 2025 में शनि देव की कृपा प्राप्त करने के उपाय की ज्यादा जानकारी लोकल 18 को देते हुए हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि शनि देव न्याय के देवता हैं जो जातकों को उनके कर्मों का फल प्रदान करते हैं. शनि देव एकमात्र ऐसे ग्रह हैं जिनके पास साढ़ेसाती, ढैया और महादशा का अधिकार है.
शनिदेव की महादशा, साढ़ेसाती या ढैया चलने पर जातकों के जीवन में उनके कर्मों के आधार पर समस्याएं, शारीरिक कष्ट, दुख तकलीफ, चोट लगना, आर्थिक तंगी, पारिवारिक संबंध टूटना, संबंधों में खींचतान, धन का अभाव आदि बहुत सी समस्याओं और दुखों का सामना करना पड़ता हैं.
सबसे जल्दी देते हैं धन
शनि देव सबसे जल्दी धन प्रदान करने वाले भी हैं. अगर शास्त्रों में लिखे शनि देव के कुछ उपाय किए जाएं तो शनि देव अति शीघ्र सभी समस्याएं खत्म करके धन के भंडार भर देते हैं. साल 2025 आने वाला है और ऐसे में अगर शनि देव के निमित्त कुछ खास उपाय और दान गरीब जरूरतमंदों और भिखारियों को किया जाए तो शनि देव प्रसन्न होकर सभी बाधाएं खत्म कर देते हैं साथ ही खाली पड़े धन के भंडार भर जाते हैं.
शनि देव के चमत्कारी मंत्र
ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं की शनि देव के उपाय शनिवार को करने पर संपूर्ण से अधिक फल प्राप्त होता है. शनिवार के दिन शनि देव के निमित्त विधि विधान से व्रत करने, शनिदेव के बीज मंत्र “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” का 108 या 1008 बार जाप करने, शनि देव के वैदिक मंत्र “ॐ शन्नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शंयोरभिस्त्रवन्तुनः” का जाप करने, शनि देव गायत्री मंत्र “ॐ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्” का जाप स्नान आदि पवित्र होकर करने से विशेष लाभ प्राप्त होती हैं.
दान करें और फल पाएं
शनि देव के निमित्त गरीबों और जरूरतमंदों को दान देने से शनि देव प्रसन्न होकर धन के भंडार भर देते हैं. शनिदेव के निमित्त शनिवार को उड़द, काले तिल, काली दाल, काले या नीले वस्त्र, भोजन, लोहे की वास्तु, लोहे के बर्तन गरीब, जरूरतमंद और भिखारी को देने से विशेष फल प्राप्त होता है.
अगर कोई एक आंख वाला भिखारी सोता हुआ मिले तो उसके ऊपर बिना बताए कंबल डाल दें तो शनि देव अधिक प्रसन्न होकर सभी समस्याएं खत्म कर देते हैं. शनिवार के दिन काले रंग की गाय, काले रंग के कुत्ते और कौवे को भोजन कराया जाता है तो शनि देव अशुभ स्थान पर होने के बाद भी शुभ फल प्रदान करते हैं.