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गाजियाबाद में महंत के काले कारनामों का खुलासा, कपड़े चेंज करती 320 युवतियों की क्लिप DVR में मिलीं

गाजियाबाद में मंदिर के बाहर चेंजिंग रूम में लगे CCTV कैमरे की जांच में नया खुलासा हुआ। पुलिस को CCTV के DVR से 320 युवतियों की कपड़े चेंज करते हुए क्लिप्स मिली हैं।

DCP विवेक चंद यादव ने बताया- चेंजिंग रूम की जांच में एक CCTV और उसका DVR मिला। उसमें 5 दिन का डेटा स्टोरेज मिला है। इसमें कपडे़ चेंज करते हुए क्लिप्स मिलीं है। आरोपी महंत मुकेश गोस्वामी के मोबाइल की भी जांच की गई। उसके मोबाइल पर सीसीटीवी की Live फीड दिखती थी।

उन्होंने बताया कि महंत फरार है। गिरफ्तारी के लिए 2 पुलिस टीमें लगी हैं। खबर है कि अग्रिम जमानत के लिए महंत इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा है।

गाजियाबाद में मेरठ रोड पर कस्बा मुरादनगर है। यहां से गंगनहर बहती है। किनारे शनि मंदिर बना है। हर रोज हजारों लोग गंगनहर में स्नान करते हैं और मंदिर के दर्शन करते हैं। स्नान के बाद कपड़े बदलने के लिए शनि मंदिर घाट के ठीक बाहर एक चेंजिंग रूम बना है।

21 मई को एक महिला अपनी 14 साल की बेटी के साथ कपड़े चेंज कर रही थी। तभी उसकी नजर चेंजिंग रूम के ऊपर लगे CCTV कैमरे पर गई। महिला ने पुलिस को सूचना दी। पता चला कि यह चेंजिंग रूम महंत मुकेश गोस्वामी ने बनवा रखा था। इसके बाद महिला ने महंत के खिलाफ थाना मुरादनगर में FIR कराई थी।

DCP ने बताया, महंत के खिलाफ FIR हुई थी। इसलिए उनका मोबाइल भी जांच के लिए लिया गया। महंत के मोबाइल में कोई वीडियो स्टोरेज नहीं पाई गई। DVR और मोबाइल दोनों को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जा रहा है।

DCP ने बताया, 21 मई को FIR हुई। 22 मई को महंत मुकेश गोस्वामी का मोबाइल कब्जे में लिया गया। तब तक महंत मंदिर पर ही था। सामान्य तौर पर इस तरह के मामलों में जब तक पीड़िता के कोर्ट में बयान न हो जाएं, तब तक पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने से थोड़ा बचती है।

पीड़िता के जैसे ही कोर्ट में बयान हुए, आरोपी फरार हो गया। अब उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें मेरठ, मुजफ्फरनगर, हरिद्वार में उसके ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।

सिंचाई विभाग की टीम ने शनिवार को चेंजिग रूम को हटा दिया। शुक्रवार को भी बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण हटाया था। विरोध को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। दरअसल, 20 साल पहले गंगनहर घाट सिंचाई विभाग की देखरेख में था। साल 2004 में महंत यहां आया और यहीं पर रहने लगा। धीरे-धीरे यहां पर पूरी तरह से जम गया। घाट पर उसने कई मंदिर बनवा दिए।

महंत ने ही मंदिर के बाहर चेंजिंग रूम बनवाया था। पुलिस ने बताया कि CCTV इस तरह से लगा हुआ था कि सामान्य तौर पर किसी को समझ में नहीं आएगा। साथ ही, आसपास की ज्यादातर ग्रामीण युवतियां ही यहां आती थीं। सीसीटीवी कब से लगा था। इसका भी पता किया जा रहा है।

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