अयोध्या में रामलला के दर्शन में ठगी का नेटवर्क:सुगम दर्शन-आरती के लिए बनाए फर्जी VIP पास
अयोध्या, अयोध्या में रामलला के दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं के साथ ठगी का सिलसिला लगातार जारी है। VIP दर्शन के बाद अब सुगम दर्शन आरती के नाम पर भी श्रद्धालुओं को ठगा जा रहा है। पुलिस ने पास में फर्जीवाड़ा करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपी सुगम आरती के पहले ही दो पास ऑनलाइन बुक कर लेते थे। उसके बाद पास पर नाम और डेट चेंज करके आरती में जाने वाले इच्छुक आम लोगों को फर्जी वीआईपी पास की हार्ड कॉपी निकालकर ऑफलाइन बेच दिया करते थे। जबकि सुगम आरती में बस वीआईपी की ही एंट्री होती है। इसका खुलासा तब हुआ जब आरती में आम लोगों की भीड़ बढ़ने लगी।
बुक होते हैं सुगम आरती के पास
सुरक्षा में लगे जवान जब आम जन को सुगम आरती में जाने से रोकते तो वो लोग पास होने की बात कहते थे। ऐसा लगातार होने पर सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने पास को चेक किया। क्यूआर कोड स्कैन पर लगभग सभी पासों पर नंबर सेम मिले। जिसके बाद पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया है।
विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि रामलला की तीन आरती मंगला श्रृंगार व शयन के लिए हर एक के 100-00 पास जारी होते हैं। इन सभी आरती के लिए 60 पास ऑफलाइन 40 ऑनलाइन निशुल्क जारी किए जाते हैं।
लेकिन ये आरोपी इन पासों को 500-1000 रुपए में बेचा करते थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना रामजन्मभूमि में धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एडिट किए गए फर्जी पास पकड़े गए
जानकारी के अनुसार सुगम दर्शन पास और आरती पास को एडिट करके फर्जी पास बनाने का खेल चल रहा था। फर्जी पास में नाम और डेट चेंज करके उसे मनमाने दाम पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं का ठगा जा रहा था। करीब चार दिन पहले राम जन्मभूमि की सुरक्षा में तैनात जवानों की सतर्कता से एडिट किए गए फर्जी पास पकड़े गए हैं।
दो गाइड के खिलाफ मुकदमा दर्ज
आरोपियों के अयोध्या के प्रतिष्ठित होटलों से तार जुड़े बताए जा रहे हैं। पुलिस ने अजय कुमार मौर्य और नरेंद्र पांडेय नामक के दो गाइड के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में कई लोगों के नाम सामने आए हैं। थानाध्यक्ष रामजन्मभूमि देवेंद्र पांडेय की देखरेख में इस मामले की जांच चल रही है।
थाना राम जन्मभूमि में आरोपियों और संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। हांलाकि दर्शन के नाम पर करोड़ों की कमाई करने वाले गुट के लोग आरोपियों को बचाने और इस मामले को हल्का करने में पूरी ताकत से जुट गए हैं। इसमें कई प्रभावशाली लोगों की सहायता भी ली जा रही है। पूछताछ में कई बड़े लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं।
वीआईपी दर्शन के नाम पर भी हो रही थी ठगी
बीते दिनों राम मंदिर ट्रस्ट ने भी राम भक्तों के साथ ठगी को लेकर चिंता जताई थी। इसके बाद वीआईपी दर्शन के नाम पर चल रहे धन उगाही का खेल सामने आया था। इस मामले में कुछ पुलिस कर्मियों को निलंबित कर मामला ठंडा कर दिया गया था। दो माह बाद रामलला के श्रद्धालुओं के साथ अब सुगम आरती के नाम ठगी करने का एक और मामला सामने आया है।
आरोपी नए तरीके से कर रहे हैं ठगी
कड़ी धूप और प्रतिबंधों के चलते श्रद्धालु आसानी से रामलला का दर्शन करना चाहते हैं। इसके लिए प्रशासन और राम मंदिर ट्रस्ट ने अनेक प्रकार की सुविधाओं का इंतजाम कर रखा है। इसके बाद भी श्रद्धालुओं के साथ ठगी का खेल और उसके नए तरीके सामने आ रहे हैं।