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पावटा : बीस हजार की आबादी, शहर में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं

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पावटा (राजेश कुमार हाडिया)। पावटा प्रागपुरा नगरपालिका क्षेत्र के मुख्य बाजार प्रागपुरा में शौचालय के अभाव में आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। निकाय की जिम्मेदारी है कि वह सार्वजनिक रूप से आमजन को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराए लेकिन पालिका क्षेत्र के प्रागपुरा कस्बा में सुविधाओं विशेष रूप से सार्वजनिक शौचालयों का अभाव है। बिजेपी की वसुंधरा सरकार में बंद पड़ी प्राइमरी स्कूल के गेट स्थित नाले पर पूर्व में एक सार्वजनिक पिसाब घर बना था। वह भी जर्जर अवस्था में जो किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से टूट गया।

जिसकी भी कोई सीध लेने वाला नहीं है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर बसा प्रागपुरा एक शहरी क्षेत्र है जिससे कोटपूतली – बहरोड़ जिला मुख्यालय कार्यालय की दुरी 15 किमी व पावटा उपखंड 03 किमी पर स्थित है। यहां पुलिसथाना समेत जलदाय विभाग का जिले का सबसे बड़ा कार्यालय है। यहां करीब बीस हजार की आबादी है बावझूद शहर में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। सार्वजनिक शौचालय नहीं होने के कारण यहां खरीददारी करने आने वाले ग्राहकों व अन्य लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। साथ ही दुकानदार भी परेशान है। दुकानदारों ने बाजार में सार्वजनिक शौचालय बनाने की मांग की है। दुकानदारों का कहना है कि सरकार की ओर से स्वच्छता मिशन के तहत लोगों को खुले में शौच न करने के लिए जागरूक किया जाता है, लेकिन पालिका क्षेत्र के मुख्य बाजारों में एक भी सार्वजनिक शौचालय या प्री-फेब्रिकेटिड शौचालय नहीं रखा गया है। शौचालय नहीं होने से यहां पर गंदगी के हालात है और बीमारियां फैलने का खतरा बना है।

स्थानिय दुकानदार मनोज सैनी ने बताया बाजार में सार्वजनिक शौचालय न होने के कारण शौच के लिए घर हि जाना पड़ता है। नगर पालिका से लेकर प्रशासन को कई बार अवगत करवा चुके है, लेकिन समाधान नहीं हो पाया है। ज्ञानचंद चावला, शिम्भूदयाल हाडिया, महेन्द्र सैन आदि ने बताया कि सार्वजनिक शौचालय नहीं होने से स्थानीय व्यापारियों एवं बाजार में खरीदारी करने आने वाले व्यक्तियों विशेष रूप से महिलाओं को परेशानियां उठानी पड़ती है। सबसे अधिक परेशानी बाजार में त्यौहारी व शादी ब्याह के सीजन के दौरान आने वाली आमजन की अधिक भीड़ रहने पर होती है।

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