रायबरेली : जिसने रुपयों से भरा बैग लौटाया…उसे ही भेजा जेल, पुलिस का कारनामा
रायबरेली में एक युवक को मदद करना भारी पड़ा। उसे रास्ते में 7 लाख रुपए से भरा बैग मिला। वह मदद के इरादे से बैग लेकर पुलिस के पास पहुंचा। आरोप है कि पुलिस ने गुडवर्क दिखाने के चक्कर में युवक को ही 8 लाख के लूट केस में जेल भेज दिया।
युवक को जेल भेजे जाने के विरोध में गांव वाले उतर आए। महिलाओं ने प्रदर्शन किया। मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस अफसरों ने जांच कराई। जांच में युवक निर्दोष निकला। हालांकि, इस दौरान उसे करीब 12 दिन जेल में रहना पड़ा। रिहाई के बाद युवक ने अपना दर्द बयां किया।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने युवक का वीडियो शेयर करते हुए X पर लिखा- यूपी पुलिस के लिए कानून-व्यवस्था खिलवाड़ बन चुकी है। समाजवादी पार्टी ने सरकार और पुलिस को आड़े हाथों लिया।
रायबरेली के गदागंज थाना क्षेत्र में रवि चौरसिया जनसुविधा केंद्र चलाते हैं। 20 अगस्त को रवि से आठ लाख रुपए की लूट हो गई। बदमाशों ने पिटाई करने के बाद रवि से रुपए से भरा बैग छीन लिया और फरार हो गए। सूचना पुलिस को मिली तो वह बदमाशों के पीछे लग गई।
इस बीच आरोपियों ने पैसों से भरा बैग एक जंगल में रखकर भाग गए। ये बैग 26 अगस्त को जमुनीपुर चरुहार के रहने वाले गौरव उर्फ दीपू को मिल गया। उसने प्रधान की मदद से बैग को पुलिस तक पहुंचा दिया। लेकिन, पुलिस ने उल्टा उसको ही गिरफ्तार कर लिया और जेल में बंद कर दिया।
दीपू की गिरफ्तारी से स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ गया। लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर विरोध जताया। लोगों ने कहा- दीपू निर्दोष है। पुलिस ने गुडवर्क के चक्कर में एक निर्दोष युवक को फंसा दिया।
मामला बढ़ता देख पुलिस ने जांच शुरू की। आखिरकार जांच में निकला कि दीपू लूट में शामिल नहीं था। उसे वाकई में सड़क किनारे रुपए से भरा बैग मिला था। मगर, जल्दबाजी में स्थानीय पुलिस ने उसे आरोपी बना जेल में डाल दिया।
पीड़ित युवक दीपू ने बताया- वो जंगल की ओर अपने साथियों के साथ जा रहा था। तभी उसकी नजर वहां पड़े एक बैग पर गई। जब वो बैग के पास पहुंचा तो उसमें काफी पैसा रखा हुआ था। बैग लेकर पुलिस के पास पहुंचा, जहां उल्टे पुलिस ने ही पकड़ लिया।
2 दिन थाने में रखने के बाद पुलिस जंगल ले गई। जहां बैग मिला था, उसी जगह पुलिस ने दीपू से ही बैग बरामदगी का वीडियो बना लिया। फिर उसको कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एएसपी संजीव कुमार सिन्हा ने बताया- साक्ष्य के अभाव में पुलिस ने गौरव उर्फ दीपू को छुड़ाने की पहल की है।