Ram Mandir : गर्भ गृह में स्थापित की गई रामलला की मूर्ति, 4 घंटे चली पूजा
अयोध्या. अयोध्या में रामलला की मूर्ति गर्भ गृह में स्थापित कर दी गई है. 4 घंटे तक चली पूजा के बाद भगवान श्री राम की मूर्ति नृत्य मंडप में पहुंची. विधि-विधान से रामलला की मूर्ति स्थापित की गई. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराई जाएगी.
नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से ठीक पहले अयोध्या नगरी पूरी तरह सज-धजकर तैयार हो चुकी है. भगवान राम तथा उनके धनुष एवं बाणों को चित्रित करने वाली कलाकृतियों से सुसज्जित फ्लाईओवर पर लगी स्ट्रीटलाइट और पारंपरिक ‘रामानंदी तिलक’ विषय पर आधारित डिजाइन वाले सजावटी लैंपपोस्ट चहुंओर छटा बिखेर रहे हैं.
राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा समोराह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य गणमान्य हस्तियां उपस्थित रहेंगी. महासमारोह में महज चार दिन शेष हैं और अयोध्या की ओर जाने वाली सभी सड़कें धार्मिक भावनाओं में रंग गई हैं.
अयोध्या शहर के दो मुख्य रास्ते राम पथ और धर्म पथ आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. राम पथ, फैजाबाद शहर के सहादतगंज से अयोध्या शहर के नया घाट चौराहे तक 13 किलोमीटर की दूरी वाला मार्ग है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अच्छी तरह से सजाया गया है. राम पथ और धर्म पथ, लता मंगेशकर चौक पर आकर मिलते हैं. यह चौराहा विशाल बैनर और डिजिटल डिस्प्ले से लैस है, जिसपर ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ समारोह से जुड़ी जानकारियां और तस्वीरें यहां आने वाले भक्तों का स्वागत करती हैं.
लखनऊ-अयोध्या राजमार्ग पर जगह-जगह राम मंदिर के विशाल पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्टरों में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तिथि के साथ-साथ ‘शुभ घड़ी आई, विराजे रघुराई’ जैसे नारे छपे हुए हैं. पोस्टर से अयोध्या की सड़कें भी अटी पड़ी हैं. भगवान राम की तस्वीर वाले भगवा झंडों के साथ नये मंदिर की तस्वीरें भी लगी हुई हैं.