नीम पर चाकू मारते ही प्रकट हुए शिव पार्वती, पुजारी ने कहा- यहां कभी नही थी शिवलिंग; भक्त मान रहे चमत्कार
लखनऊ , ये 100 साल पुराना महादेव का एक मंदिर है, जिसे ज्ञानेश्वर महादेव मंदिर कहते हैं. यहां पर एक प्राचीन नीम का पेड़ है उसके अंदर अचानक पंचमुखी शिवलिंग प्रकट हुई है. शिवलिंग भी अनोखी है. यह पंचमुखी शिवलिंग बताई जा रही है और खास बात यह है कि इसमें शंकर पार्वती दोनों बने हुए हैं. इसलिए लोग और आश्चर्य में हैं. प्रदेश के कोने-कोने से लोग यहां आ रहे हैं और दर्शन कर रहे हैं. जल चढ़ा रहे हैं.
कलियुग में भगवान प्रकट होंगे, ऐसा किसी ने कभी नहीं सोचा था. लेकिन लखनऊ शहर के एक बेहद प्राचीन मंदिर में पेड़ के अंदर अचानक शिव पार्वती के प्रकट होने से हड़कंप मच गया. दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. दरअसल यह पूरा मामला लखनऊ शहर के सआदतगंज के नूरबाड़ी क्षेत्र से जुड़ा हुआ है.
जिसने इस शिवलिंग को सबसे पहले देखा उस लड़की का नाम कंचन वर्मा है. उसने बताया कि वह नीम की छाल ले रही थी. इस दौरान चाकू मारते हुए उनकी चाकू अंदर की ओर चली गई और जब वह अपनी चाकू को निकालने लगी तो उन्होंने देखा कि पेड़ के निचले हिस्से में शिवलिंग रखी हुई है.
इस मंदिर में रोज पूजा अर्चना करने वाली रोली श्रीवास्तव, सुमन वर्मा, अनीता, सुनीता और विनय ने बताया कि वह लोग यहां रहते हैं. और हमेशा इस मंदिर में जल चढ़ाने के लिए आते हैं. पिछले कई सालों में आज तक इस शिवलिंग को किसी ने भी नहीं देखा.
जब वह अपनी चाकू को निकालने लगी तो उन्होंने देखा कि पेड़ के निचले हिस्से में शिवलिंग रखी हुई है. पहले तो उनको लगा कि किसी ने रख दिया होगा. लेकिन शिवलिंग का निचला हिस्सा एकदम अंदर की ओर धंसा हुआ है, जिससे यह लग रहा है कि यह अचानक प्रकट हुई है.
पिछले 35 सालों से वह इस मंदिर की सेवा कर रहे हैं. कभी भी शिवलिंग यहां नहीं थी और इस शिवलिंग को कोई रख भी नहीं सकता. क्योंकि मंदिर के चारों ओर बाउंड्री बनी हुई है. ऐसे में यह चमत्कारी है और भोलेनाथ पंचमुखी रूप में पार्वती मां के साथ स्वयं दर्शन देने के लिए यहां प्रकट हुए हैं.