Health

6 में से 1 मरीज हाई ब्लड प्रेशर का शिकार, हार्ट फेल और स्ट्रोक का बढ़ा खतरा

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झांसी. व्यस्त जिंदगी और बदलती लाइफस्टाइल की वजह से लोग हाइपर टेंशन का शिकार बनते जा रहे हैं. झांसी मंडल में ही हर 6 में से एक व्यक्ति हाइपर टेंशन की बीमारी से ग्रसित है. हाइपर टेंशन को साइलेंट किलर भी कहा जाता है. इस बीमारी का अगर सही समय पर इलाज न कराया जाए तो लकवा से लेकर हार्ट अटैक तक का खतरा बन सकता है. हाइपर टेंशन का खतरा युवाओं में ज्यादा बढ़ रहा है.

झांसी जिला अस्पताल के सीनियर डॉक्टर डॉ. डी. एस. गुप्ता ने बताया कि हाइपर टेंशन सीधे तौर पर ब्लड प्रेशर से जुड़ा हुआ है. अगर ऊपर वाला ब्लड प्रेशर 140 और नीचे वाला ब्लड प्रेशर 90 से ज्यादा हो तो इसे हाइपर टेंशन कहा जाता है. गंभीर समस्या यह है कि 80 फीसदी मरीजों को कोई लक्षण नहीं दिखाई देता है. इसलिए इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है. कुछ मरीजों में सिर दर्द, चक्कर आना, सांस फूलना, सीने में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.

हार्ट अटैक का हो सकता है खतरा
डॉ. डी. एस. गुप्ता ने कहा कि रोजाना ओपीडी में 30 मरीज ऐसे आते हैं जो हाइपर टेंशन का इलाज कराना चाहते हैं. अगर ब्लड प्रेशर कंट्रोल में नहीं रहा तो हार्ट अटैक या हार्ट फेल होने का खतरा हो सकता है. उन्होंने बताया कि नियमित व्यायाम करने से और वजन संतुलित रखने से हाइपर टेंशन से दूर रह सकते हैं. इसके साथ ही नमक पर कंट्रोल रखें, शराब और धूम्रपान से बचकर रहें. नींद पूरी लें और तनाव से दूर रहें.

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