जौनपुर में तस्करों ने सिपाही को कुचलकर मार डाला, एनकाउंटर में तस्कर सलमान ढेर
यूपी के जौनपुर में गो-तस्करों ने चेकिंग के दौरान सिपाही को पिकअप से कुचलकर मार डाला। वारदात के बाद पुलिस बदमाशों का पीछा करना शुरू किया। जगह-जगह बैरिकेडिंग कराई। आसपास के थानों को अलर्ट भेजा।
वहीं, बदमाश भागते हुए एक गांव में पहुंचे। वहां पुलिस को चकमा देने के लिए पिकअप को छोड़ दिया। फोन करके दो बाइक मंगाईं। फिर 3-3 बदमाश दोनों बाइकों पर सवार हो गए। वहां से यू-टर्न लिया और जहां सिपाही को रौंदा था, उसे क्रॉस करते हुए निकल गए।
लेकिन, पुलिस ने 24 किमी दूर जाने पर तस्करों को घेर लिया। खुद को घिरता देख गो-तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। इस दौरान पुलिस की गोली से बदमाश सलमान मारा गया। वहीं, नरेंद्र यादव और गोलू यादव को पैर में गोली मारकर पकड़ लिया गया। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है। हालांकि, 3 बाइक सवार तस्कर मुठभेड़ के दौरान फरार हो गए।
सिपाही दुर्गेश सिंह की मौत की खबर मिलते ही उनके पैतृक गांव उकनी के घर में मातम छा गया। पत्नी प्रियंका रोते-रोते बेहोश हो गईं। मां उर्मिला सिंह का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वह बेटे को याद कर चीखने लगीं- मेरा लाल कहां चला गया?
आसपास की महिलाओं ने उन्हें ढांढस बंधाने की कोशिश की। घर में रिश्तेदार भी इकट्ठा हो गए। पिता दीनानाथ सिंह वाराणसी के ट्रॉमा सेंटर से बेटे का शव घर लाए, तो चीख-पुकार मच गई। एसपी आदित्य लांग्हे, सैदराजा विधायक सुशील सिंह, ब्लॉक प्रमुख अवधेश सिंह, अमित सिंह समेत सैकड़ों लोगों ने मृतक सिपाही को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद दुर्गेश सिंह का चंदौली के बलुआ गंगा घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक दुर्गेश सिंह की पत्नी प्रियंका सिंह भी पहले पुलिस विभाग में कॉन्स्टेबल पद पर तैनात थीं। लेकिन, बाद में उनका सिलेक्शन बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक पद पर हो गया। इसके बाद प्रियंका सिंह ने पुलिस की नौकरी छोड़ दी और शिक्षा विभाग में तैनात हो गईं। जौनपुर पुलिस के मुताबिक, 17 मई की रात करीब 12 बजे चंदवक पुलिस टीम खुज्झी मोड़ के पास चेकिंग कर रही थी। इस दौरान थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह और 8-10 पुलिसवाले मौजूद थे। तभी आजमगढ़ की ओर से पिकअप सवार गो-तस्कर आए।
पुलिस ने पिकअप को रोकने की कोशिश की, तो तस्करों ने गाड़ी की स्पीड और बढ़ा दी। पिकअप हेड कॉन्स्टेबल दुर्गेश कुमार सिंह को रौंदते हुए निकल गई। यह पूरी घटना होटल में लगे CCTV में कैद हो गई।
घटना के बाद साथी पुलिसवाले कॉन्स्टेबल को उठाते हैं। उन्हें तत्काल वाराणसी ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान 12:46 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इधर, घटना की सूचना पर SOG टीम और आस-पास के थानों की पुलिस तस्करों की तलाश में जुट गई। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई। आसपास के थानों को अलर्ट किया गया। टीम तस्करों का पीछा करते हुए वाराणसी के थाना चोलापुर के ताला बेला गांव पहुंची। यहां तस्करों ने वाहन छोड़ दिया। दो बाइक पर तीन-तीन सवार होकर चंदवक की दिशा में भाग गए।
वहीं, बाइक सवार सलमान, निवासी मुथरापुर कोटवा, थाना जलालपुर, जौनपुर, के सीने में गोली लग गई। हालांकि, 3 बाइक सवार बदमाश फरार हो गए। पुलिस सलमान को सीएचसी डोभी ले गई। वहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल भेज दिया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।