सुलतानपुर : शिक्षक सूर्य प्रकाश द्विवेदी की मौत पर शिक्षक संघ ने बीआरसी कुड़वार पर प्रदर्शन, बीईओ को जेल, बर्खास्तगी समेत रखी 7 मांग
सुलतानपुर , शिक्षक सूर्य प्रकाश द्विवेदी ने बीईओ की फटकार के बाद सोमवार को जहर खा लिया था। सुबह लखनऊ में उनकी मौत हो गई। साथी शिक्षक की मौत पर शिक्षक संघ ने बीआरसी कुड़वार पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं शाम होते शव पैतृक गांव पहुंचा तो ग्रामीणों ने भी प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधि परिवार की मान-मनौव्वल में जुटे हैं। वहीं बीआरसी केंद्र पर 200 शिक्षक डटे हुए हैं। परिवार ने 7 मांगे प्रशासन से रखते हुए पुलिस में बीईओ के खिलाफ तहरीर दी है।
पुलिस में दी बीईओ के खिलाफ तहरीर
मंगलवार को जैसे ही यह खबर सुल्तानपुर पहुंची कि सूर्य प्रकाश अब इस दुनिया में नहीं रहे शिक्षकों में उबाल आ गया। दोपहर से बीआरसी ऑफिस पर शिक्षकों का प्रदर्शन शुरू हो गया। एसडीएम सीपी पाठक, सीओ राघवेंद्र चतुर्वेदी दल-बल के साथ उन्हें मनाने में जुट गए।
उधर शाम ढलते ही शव लखनऊ से पहुंचा तो परिजन शव को बीआरसी पर लेकर जाने लगे तो वाहन को मृतक शिक्षक के पैतृक गांव बल्दीराय के केवटली मोड़ के पास रोक दिया गया। यहां परिजन व ग्रामीण सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे।
मृतक के भाई धर्म प्रकाश द्विवेदी ने प्रशासन से मांग की आरोपी बीईओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा जाए, उन्हें बर्खास्त करने, बेटे को नौकरी देने व 50 लाख मुआवजे के साथ 7 मांगों का एक पत्र प्रशासन को दिया है। इस बीच यहां एसडीएम बल्दीराय विदुषी सिंह, सीआरओ व अन्य अधिकारी भाजपा एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह और ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू परिवार को मनाने में जुटे रहे।
मृतक शिक्षक सूर्य प्रकाश द्विवेदी कुड़वार ब्लॉक के रवनिया ग्राम पंचायत स्थित जूनियर हाईस्कूल पूरे चित्ता में प्रभारी प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत थे। सोमवार शाम संदिग्ध परिस्थितयों में उनकी तबीयत बिगड़ी तो साथियों ने राजकीय मेडिकल कॉलेज सुलतानपुर में भर्ती कराया। जहां से हालत बिगड़ने पर उन्हें ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया। तड़के 3 बजे के आसपास उनकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई लखनऊ में कराई गई।
मृतक के भाई ने बीएसए दीपिका चतुर्वेदी के खासमखास खंड शिक्षा अधिकारी कुड़वार मनोजित राव पर आरोप लगाते हुए बताया कि शनिवार को उन्होंने उनके विद्यालय का औचक निरीक्षण किया था। प्रभारी प्रधानाध्यापक सूर्य प्रकाश द्विवेदी प्रार्थना पत्र देकर बीमार बेटे का इलाज करने चले गए थे।
बीईओ ने प्रभारी प्रधानाध्यापक को अनुपस्थित दिखाते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया था। नोटिस मिलने के बाद से वे काफी हैरान थे। बताया जा रहा है कि प्रधानाध्यापक ने किसी जनप्रतिनिधि से खंड शिक्षाधिकारी को फोन कराया। जिस पर वे आवेश में आ गए। सोमवार को उन्होंने सूर्य प्रकाश द्विवेदी को धमकाया और बर्खास्त करने की चेतावनी दी, ऐसा भी आरोप है। इससे आहत होकर उन्होंने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की कोशिश की। हालत बिगड़ी तो साथी उन्हें लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज सुलतानपुर पहुंचकर भर्ती कराया। लेकिन स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ता देख चिकित्सकों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज लखनऊ रेफर किया था। जहां सुबह 3 बजे के आसपास उनकी मौत हो गई।