वाराणसी : अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया, सड़क से हटाए गए ठेले, पटरी वाले दुकानदार
वाराणसी राजातालाब, अतिक्रमण विरोधी अभियान में हटाये गये पटरी दुकानदारों को दोबारा बसाने की माँग तेज़ होने लगी है।
जिस बावत स्थानीय राजातालाब ठेला पटरी व्यवसायी संघ सहित सामाजिक संगठनों ने कई बार उच्चाधिकारियों को लिखित मौखिक टेलीफोनिक ज़रिये माँग किया था कि जब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था ना किया जाये तब तक हमें उजाड़ा ना जाये अभी तक पटरी दुकानदारों का पुनर्वास न होता देख सामाजिक संगठनों व ठेला पटरी व्यवसायी संघ ने बड़े पैमाने पर आंदोलन करने की रणनीति तय की है रविवार दोपहर बाद राजातालाब स्थित केपीएस लान में सैकड़ों पीड़ित ठेला फेरी पटरी व्यवसायिओ के साथ हुई सामाजिक संगठनों की बैठक में ठेला पटरी व्यवसायियों ने ऐलान किया है कि लगातार ठेला पटरी दुकानदारों के विरोध के बावजूद शासन प्रशासन ने इनको उजाड़ दिया है ठेला पटरी दुकानदारों को बसाने की व्यवस्था आज तक नहीं किया है जिसके कारण पटरी दुकानदार भुखमरी के कगार पर आ गये है,
सामाजिक कार्यकर्ता राज कुमार गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय फेरीनीति व माननीय उच्च एवम् उच्चतम न्यायालय के आदेशों निर्देशों फेरी नीति के अंतर्गत ठेला पटरी व्यावसायिओ को उजाड़े जाने से पहले इनके रोज़गार का स्थान आवंटित करने की ज़िम्मेदारी ज़िला प्रशासन की है, इसी तरह पंजीकरण कर पहचान पत्र दिये जाने, वेंडिग कमेटी गठित किये जाने का प्रावधान है इसके तहत ज़िला प्रशासन को सर्वे करके पटरी ठेला फेरी वालों को लाइसेंस देकर व्यवस्थित करना है,
व्यवसायी अरून चौहान ने कहाकि अब तक ज़िला प्रशासन इस ओर कोई पहल नहीं की है ऐसे में पुलिस व स्थानीय प्रशासन उनका लगातार शोषण कर रहा है बिना कोई वैकल्पिक व्यवस्था किये उन्हें उजाड़ा जा रहा है
वही ठेला पटरी संघ व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहाकि हम पूरी मज़बूती के साथ ठेला पटरी दुकानदारों एवं जनहित के मुद्दों पर संघर्ष करते रहेंगे।
बैठक में सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि 24 घंटे के अंदर उजाड़े गये पटरी दुकानदारों को बसाये जाने को लेकर सत्याग्रह के क्रम में 2 जनवरी मंगलवार को राजातालाब चौराहे से सुबह दस बजे ठेला पटरी व्यवसायी जुटकर अपने हक़ के लिए आवाज़ बुलंद कर नारेबाज़ी करते हुए पैदल जूलूस निकालकर राजातलाब तहसील पहुँच कर एसडीएम राजातीलाब को अपनी माँगो के समर्थन में ज्ञापन सौंपकर अपने हक़ हक़ूक मान सम्मान अधिकार की लड़ाई लड़ेंगे। इस मौक़े पर राज कुमार गुप्ता, रणजीत गुप्ता, अरून चौहान, अकबर खान, प्यारेलाल सोनकर, मुन्ना चौहान, शाहिद अली, दिनेश सोनकर सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।