बीजापुर : जवानों- नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी, 12 माओवादियों के मारे जाने की खबर
बीजापुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर से बड़ी खबर है. यहां सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया है. पुलिस और नक्सलियों के बीच जबरदस्त फायरिंग हो रही है. डीआरजी, सीआरपीएफ, कोबरा, एसटीएफ, बस्तर फाइटर्स और बस्तरीया बटालियन के सैकड़ों जवान ऑपरेशन पर पर निकले हैं. बताया जा रहा है कि यह मुठभेड़ गंगालूर थानाक्षेत्र के पीडिया के जंगलों में चल रही है. एसपी बीजापुर जितेंद्र यादव ने कहा कि दोनों ओर से फायरिंग हो रही है. बताया जाता है कि सुरक्षाबलों को 9 मई की रात सूचना मिली थी कि बीजापुर के सबसे आखिरी गांव पीडिया में बड़े नक्सली नेता छुपे हुए हैं. इस मुठभेड़ में अभी तक 12 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है.
ये सूचना मिलते ही इन 6 टीमों के जवानों को पीडिया रवाना कर दिया गया. यह गांव बीजापुर मुख्यालय से 70 किमी दूर और दंतेवाड़ा जिले की सीमा से लगा हुआ है. गौरतलब है कि नक्सलियों के बड़े नेता अब सुरक्षाबलों के निशाने पर हैं. उन्हें ढूंढने के लिए सुरक्षाबलों ने जंगलों में सर्चिंग तेज कर दी है. सर्चिंग के साथ-साथ सुरक्षाबलों ने खबरी भी एक्टिव कर दिए हैं. हाल ही में कई बड़े नक्सली एनकाउंटर हुए हैं. इनमें कई नक्सली मारे जा चुके हैं. दूसरी ओर, विष्णुदेव साय सरकार भी कह चुकी है कि नक्सली सरेंडर कर दें, नहीं तो उनका सफाया कर दिया जाएगा.
गंगालूर थाना क्षेत्र के पीडिया के जंगलों में 12 घंटे तक चले मुठभेड़ में अभी तक 12 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. इस दौरान आईडी (IED) की चपेट में आने से 2 जवान घायल हो गए हैं, हालांकि जवानों की स्थिति खतरे से बाहर है. वहीं दुर्ग में एक और एसटीएफ (STF) के एक जवान घायल हो गए हैं. घायल जवान को उपचार के लिए हेलीकॉप्टर से एयर लिफ्ट किया गया है. रवाना किए जाने की मिल रही जानकारी. मुठभेड़ हुआ खत्म, एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी.
गौरतलब है कि 16 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के कांकेर में बड़ा नक्सली एनकाउंटर हुआ था. सुरक्षाबलों-नक्ललियों के बीच मुठभेड़ में 29 माओवादियों मारे गए थे. इस मुठभेड़ में दो जवान भी घायल हुए थे. जवानों को यहां AK-47 सहित बड़ी संख्या में ऑटोमैटिक हथियार बरामद हुए थे. इस एनकाउंटर में मारे गए नक्सलियों में टॉप नक्सल कमांडर शंकर राव भी मारा गया. उसके सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम था. 30 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में डीआरजी-एसटीएफ के जवानों ने अबुझमाड़ के जंगलों में नक्सलियों को कई तरफ से घेर लिया था. इस एनकाउंटर में 10 नक्सली मारे गए थे. जवानों ने 3 महिलाओं सहित 10 माओवादी कैडर के शवों को बरामद किया था.