दिल्ली-नोएडा बॉर्डर से हटे किसान, सरकार को दिया 7 दिन का समय
नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों ने अब रास्ता छोड़ दिया है। बता दें कि वो 5 घंटे से दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे थे। गुरूवार को किसान संगठन के अध्यक्ष सुखेर खलीफा ने कहा कि पुलिस कमिश्नर की तरफ से आश्वासन मिला है।
हम लोगों ने 7 दिन में मांगे पूरी करने का समय दिया है। ऐसे में अब धीरे-धीरे दिल्ली-नोएडा के अलग-अलग रास्तों पर लगा जाम खुलने लगा है। हालांकि पूरी तरह से जाम खुलने में अभी थोड़ा समय लगेगा। एक हाईलेवल कमेटी का गठन किया गया है।
कमेटी में औद्योगिक मंत्री, IIDC चेयरमैन मनोज सिंह, ACS एसपी गोयल, तीनों अथॉरिटी के सीईओ, सीपी और जनप्रतिनिधि शामिल रहेंगे। एनटीपीसी के लिए किसान पावर सेक्रेट्री और सीएमडी से बैठक करेंगे। किसान उठाकर अपने धरना स्थल सेक्टर-6 और सेक्टर-24 NTPC में किसान जाएंगे।
किसानों की नाराजगी की वजह यह है कि उन्हें जमीन के बदले या तो मुआवजा नहीं मिला और जिन्हें मिला भी उन्हें उनकी मांग के अनुरुप नहीं मिला। साथ ही कुछ भूमिहीन परिवार भी मुआवजे की मांग कर रहे हैं। 2019 के बाद से ही नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।
नोएडा से दिल्ली जाने वाले महामाया फ्लाईओवर के नीचे पुलिस ने किसानों को रोका है। इस सड़क को बंद किया गया है। यहां करीब 250 किसान मौजूद हैं। पुलिस अधिकारियों के साथ किसानों की करीब 30 मिनट तक बातचीत चली। लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद किसानों ने दिल्ली की तरफ कूच कर दिया।
नोएडा-दिल्ली चिल्ला बॉर्डर पर भारी पुलिस बल से साथ बैरिकेडिंग गई है। सीमेंट ब्लॉक रखे गए हैं। ताकि किसान दिल्ली कूच करें तो सीमेंट ब्लॉक लगाकर उन्हें रोका जा सके।