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अखिलेश बोले- भाजपा की गारंटी नहीं, घंटी है:किसानों पर THAR चढ़ाने वालों को टिकट दिया

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पीलीभीत, लोकसभा चुनाव ऐलान के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार (12 अप्रैल) को पीलीभीत में पहली चुनावी रैली की। उन्होंने भाजपा के गारंटी कैंपेन पर तंज कसा। उन्होंने कहा, ” आपको इनकी गारंटी याद है। इन्होंने कोरोना काल में थाली और ताली बजवाई।

उसी तरह इनकी गारंटी नहीं, घंटी है। जो गारंटी देते फिर रहे हैं, उनकी सरकार में हर परीक्षा का पेपर लीक हो गया। युवा जानते होंगे कि परीक्षा क्यों रद्द हुई? एक-दो नहीं, 9 या 10 पेपर लीक हुए हैं।”

अखिलेश ने कहा, ”केंद्र सरकार को काले कानून वापस लेने पड़े। जो लोग दिल्ली नहीं जा पाए, उन्होंने पीलीभीत में रहकर भी काले कानून का विरोध किया था। लेकिन भाजपा ने उन लोगों को सम्मान दिया, जिन्होंने किसानों पर THAR चढ़ा दी थी। THAR चढ़ाने वालों को भाजपा ने टिकट दे दिया।”

वरुण गांधी का टिकट कटने को लेकर अखिलेश ने कहा कि उन्होंने किसानों की आवाज उठाई, आम आदमी की आवाज उठाई, इसीलिए उनका टिकट काट दिया गया। अखिलेश पीलीभीत में सपा प्रत्याशी भगवत सरन गंगवार का प्रचार करने पहुंचे थे। यहां गंगवार का मुकाबला योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद से है। जिन्हें भाजपा ने वरुण गांधी का टिकट काटकर उतारा है।

अखिलेश ने कहा, ”इलेक्टोरल बॉन्ड से भाजपा ने हजारों करोड़ों रुपए की वसूली की। ED और CBI भेजकर पहले लोगों को डराया, फिर पैसा वसूला। जिन व्यापारियों से इन्होंने पैसा वसूला, अब वे भी मुनाफा कमाने में लगे हैं। इसलिए हर सामान महंगा है।”

भाजपा प्रत्याशी जितिन प्रसाद के पीलीभीत को मुंबई बनाने वाले बयान पर भी अखिलेश ने तंज कसा। उन्होंने कहा, ”यहां कोई नए आए हैं, जो कह रह थे कि अगर हमें पता होता कि यहां से चुनाव लड़ते तो इसे मुंबई बना देते। अरे भाई मैं तो यही कहूंगा कि पीलीभीत को मुंबई न बनाओ। बस मुंबई वाले कुछ काम करा दो, वही काफी है। बताओ क्या यहां की सभी सड़कें गड्ढा-मुक्त हो गईं। पहले सड़कों को गड्‌ढा मुक्त कर दो, फिर मुंबई बना देना।”

अखिलेश ने चुटकी लेते हुए कहा, ”यह कई दल घूम आए हैं। इनका मामला सेट हो जाता है, तो यह दूसरे दल में भी चले जाते हैं। इन्होंने मंत्री रहते हुए बड़ा घोटाला किया। ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के सब रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। तब उनके ओएसडी को भी हटाना पड़ा था।”

“भाजपा के लोग 2014 में सत्ता में आए थे और 24 में चले जाएंगे। उत्तर प्रदेश के लोग इनकी धूमधाम से विदाई भी करेंगे। भाजपा ने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी करेंगे, लेकिन इनकी गारंटी पूरी नहीं हो पाई। 2 करोड़ नौकरियां को देने की बात हुई थी, लेकिन सरकारी नौकरियां नसीब नहीं हुईं। संविदा की बात होने लगी।”

अखिलेश ने कहा, “उत्तर प्रदेश के यह कैसे मुख्यमंत्री हैं, जिनके नेतृत्व में हर पेपर लीक हो जाता है। आज यूपी और देश में नौजवान हताश होकर सुसाइड कर रहे हैं। हमने एक नौजवान का सुसाइड नोट पढ़ा था। उसने लिखा था- मेहनत कर पढ़ाई पूरी की, डिग्री हासिल की। नौकरी के लिए लगातार परीक्षाएं दीं, लेकिन नौकरी नहीं मिली। मैं ऐसी डिग्री का क्या करूंगा, जो मुझे नौकरी नहीं दिला सकती। आखिर में उसने सुसाइड कर लिया।”

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