दिल्ली-NCR से हिमाचल-पंजाब तक, कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
IMD Weather Forecast & Rain Alert Today: राजधानी दिल्ली और एनसीआर लगातार हो रही भारी बारिश से जूझ रहे हैं. यमुना का जलस्तर 207 मीटर तक पहुंच गया है. पुराने रेलवे पुल (ओआरबी) पर पानी बढ़ने के कारण प्रशासन को निचले इलाकों से अब तक 7,500 से अधिक लोगों को निकालना पड़ा है. इन्हें 25 राहत शिविरों में ठहराया गया है. केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी के कारण जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. बुधवार सुबह हथिनीकुंड से 1.62 लाख क्यूसेक और वजीराबाद से 1.38 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इसी वजह से यमुना का पानी तेजी से उफना. ओआरबी पुल यातायात के लिए बंद कर दिया गया है.
दिल्ली की कई सड़कों पर जाम और पानीभराव से यातायात प्रभावित है. मथुरा रोड पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी रहीं. वसुंधरा गेट और वासुदेव घाट जैसे निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है. स्थानीय लोगों को नाव और राहत वाहनों से बाहर निकाला जा रहा है.
IMD Weather Update Today : मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
– भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, पंजाब, हरियाणा और मध्य भारत के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहेगी. पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात में भी 5 से 7 सितंबर के बीच भारी वर्षा की आशंका जताई गई है.
– हिमाचल प्रदेश सरकार ने भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए सभी स्कूल और कॉलेज 7 सितंबर तक बंद कर दिए हैं. राज्य शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने आदेश जारी किया कि बच्चों और स्टाफ की सुरक्षा को देखते हुए संस्थान बंद रहेंगे. जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पंजाब और उत्तराखंड में भी रेड अलर्ट जारी किया गया है.
– जम्मू में भारी बारिश से एक पुराना मकान ढह गया, जिसमें फंसे तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. वहीं कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में एक कमरे की छत गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए.
– अनंतनाग (जम्मू-कश्मीर) में पुलिस ने 25 बंजारा परिवारों को बचाया, जो अचानक नाले का जलस्तर बढ़ने से पुल के नीचे फंस गए थे.
– पंजाब दशकों की सबसे भीषण बाढ़ झेल रहा है. अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है और 3.5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे.
भारी बारिश और बाढ़ की इस मार ने उत्तर भारत के कई राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं. प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि नदियों और नालों के किनारे न जाएं और मौसम विभाग के अलर्ट का पालन करें.