कोटपूतली : रोड़ी से भरा अनियंत्रित ट्रेलर पुलिस जीप पर पलटा, तीन पुलिसकर्मियों की दर्दनाक मृत्यु
कोटपूतली (राजेश कुमार हाडिया)। सीमावर्ती नीमकाथाना जिले के पाटन थाना क्षेत्र में मंगलवार दोपहर करीब 12.30 बजे कोटपूतली के ग्राम सुन्दरपुरा निवासी एक पुलिस जवान समेत तीन पुलिसकर्मियों की दर्दनाक मृत्यु हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सड़क हादसे में रोड़ी से भरा एक ओवरलोडेड ट्रेलर अनियंत्रित होकर पुलिस जीप पर ही पलट गया। घटना में जहां जीप चकनाचूर हो गई। वहीं उसमें सवार दो पुलिस कांस्टेबलों ने मौके पर ही, जबकि एक ने उपचार के दौरान कोटपूतली के राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस दर्दनाक दुर्घटना में सबसे बड़ी और मुख्य बात यह रही कि आमजन की रक्षक खाकी का भक्षक इस बार ओवरलोडेड का राक्षस बन गया।
कैसे हुआ हादसा :- नीमकाथाना डीएसपी अनुज डाल ने बताया कि हनुमान जन्मोत्सव पर क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में बड़े धार्मिक आयोजन किये जा रहे थे। ऐसे में पाटन थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में भी बड़ा धार्मिक आयोजन था। जहां भीड़ के उमड़ने पर पुलिस जीप में सवार पाटन थाने के जवान हैड कानि. शीशराम (55), कानि. महिपाल (38) व कानि. भंवर लाल यादव (52) गश्त के लिये गये थे, जहाँ से सरकारी जीप से ही थाने लौट रहे थे। इसी दौरान पाटन थाने से 07 किमी पहले रामपुरा की घाटी में मीणों की ढ़ाणी के पास हरियाणा की ओर जा रहा ट्रेलर पलट गया। डीएसपी ने बताया कि रोड़ी से भरा ट्रेलर ओवरलोडेड था जो कि पाटन से हरियाणा की ओर जा रहा था। इसी दौरान वह अनियंत्रित होकर पुलिस जीप पर पलट गया। साथ ही पुलिस जीप को करीब 30 फिट तक घसीटता हुआ ले गया। इसी दर्दनाक घटना में कोटपूतली के ग्राम सुन्दरपुरा निवासी कानि. महिपाल सिंह कसाना व नीमकाथाना निवासी चालक कानि. भंवर लाल यादव की मौके पर ही मृत्यु हो गई। जबकि श्री माधोपुर निवासी हैड कानि. शीशराम गंभीर रूप से घायल हो गये। जिन्हें कोटपूतली के राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल में उपचार के लिये लाया गया। जहां उन्होंने उपचार के दौरान ही दम तोड़ दिया। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि ट्रेलर के पलटने से पुलिस जीप चकनाचूर हो गई। वहीं ट्रेलर का ड्राईवर मौके से फरार हो गया। जिसकी तलाश जारी है। घटना स्थल पर भारी संख्या में एकत्रित ग्रामीणों की सहायता से पुलिस ने जेसीबी उपयोग में लेकर दोनों कांस्टेबलों के शव व घायल कांस्टेबल को क्षतिग्रस्त जीप से बाहर निकाला। सूचना पर पाटन थाना पुलिस के जाप्ते समेत एसएचओ महेन्द्र कुमार मीणा, नीमकाथाना डीएसपी अनुज डाल, एएसपी गिरधारी लाल शर्मा, नीमकाथाना एसपी प्रवीण नायक नुनावत व एसडीएम राजवीर यादव समेत पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गये।
राजकीय सम्मान से अन्तिम संस्कार :- उक्त दर्दनाक सडक़ हादसे में कोटपूतली के ग्राम सुन्दरपुरा निवासी जवान महिपाल समेत तीन पुलिसकर्मियों की मृत्यु का समाचार जैसे ही यहां पहुंचा तो पुरे कोटपूतली उपखण्ड क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। महिपाल का चयन 11 वर्ष पूर्व राजस्थान पुलिस में हुआ था। उनके पिता स्व. लीलाराम का 30 वर्ष पूर्व ही निधन हो गया था। बचपन में पिता का साया सिर से उठ जाने के बाद महिपाल ने कड़ी मेहनत से बीए तक की शिक्षा ग्रहण कर राजस्थान पुलिस के लिये चयनित हुये थे। उनके परिवार में 65 वर्षिय माता मिश्रली देवी समेत पत्नी, एक पुत्र व पुत्री है। दिवंगत जवान के दो बहनें भी है। उनके निधन का समाचार सुनते ही घर में कोहराम मच गया। बेहद गमगीन माहौल में दिवंगत जवान का राजकीय सम्मान से अन्तिम संस्कार किया गया। इस दौरान पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर देते हुये तीन चक्र गोलियां दागी गई। अन्तिम संस्कार में नीमकाथाना डीएसपी अनुज डाल, कोटपूतली डीएसपी राजेन्द्र बुरडक, आरपीएस राजेश कसाना, कोटपूतली एसएचओ राजेश कुमार शर्मा, पाटन एसएचओ महेन्द्र कुमार मीणा आदि ने दिवंगत जवान को सलामी देते हुये परिजनों को तिरंगा सुपुर्द किया। इस दौरान विराटनगर पूर्व विधायक इन्द्रराज गुर्जर, पूर्व संसदीय सचिव रामस्वरूप कसाना, विधायक प्रतिनिधि करण पटेल, कांग्रेस नेता देव कसाना, युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव भीम पटेल, किसान कांग्रेस नेता बी. एल. कसाना, पंसस प्रतिनिधि वीरू कसाना, पूर्व पार्षद तारा पूतली, इन्द्राज कसाना, सरपंच यादराम कसाना समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
ओवरलोडेड बना मृत्यु का कारण :- एक बार फिर ओवरलोडेड परिवहन निर्दोष लोगों की जिंदगी लील गया। जहाँ आये दिन आमजन इसकी चपेट में आते है। वहीं इस बार रक्षा करने वाले पुलिसकर्मी भी इस राक्षस से नहीं बच सके। राज्य सरकार, प्रशासन, पुलिस व सम्बंधित विभाग के लाख प्रयासों के बावजूद भी ओवरलोडेड पर नियंत्रण स्थापित नहीं हो पा रहा है। बताया जा रहा है कि मंगलवार को हुये इस दर्दनाक हादसे में ट्रेलर अनियंत्रित होने की वजह से ही पलट गया। बहरहाल देखना है कि इस दर्दनाक घटना से कोई सबक लिया जाता है या फिर इसी तरह जिंदगी को कूचलने का खेल जारी रहता है।