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Lakshadweep All Air Tickets Sold Out Till March: लक्षद्वीप जाने की सारी फ्लाइट मार्च तक हो गई बुक

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दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के लक्षद्वीप (Lakshadweep) के दौरे के बाद मालदीव (Maldives) के मंत्रियों के आपत्तिजनक ट्वीट से पैदा हुए विवाद के महज 5 दिनों में ही लक्षद्वीप जाने वाली सभी फ्लाइट मार्च तक के लिए बुक हो गईं. गौरतलब है कि देश में एक और पर्यटन स्थल को बढ़ावा देने की पहल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया था. पीएम मोदी की वायरल तस्वीरों के कारण लक्षद्वीप की Google सर्च में बढ़ोतरी हुई. कई ट्रैवल एजेंसियों में भी लक्षद्वीप के लिए पूछताछ में बढ़ोतरी देखी गई है. बहरहाल लक्षद्वीप देश के अन्य हिस्सों से बहुत अच्छी तरह से कनेक्ट नहीं है.

लक्षद्वीप में केवल एक एयरलाइन कंपनी एलायंस एयर फ्लाइट का संचालन करती है. यह केरल के कोच्चि (Kochi) और लक्षद्वीप के अगत्ती द्वीप पर मौजूद एकमात्र हवाई पट्टी के बीच सभी उड़ानें चलाती है. कोच्चि से अगत्ती तक की उड़ान में लगभग एक घंटा तीस मिनट का समय लगता है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह कंपनी कोच्चि और लक्षद्वीप के बीच रोजाना 70 से 72 सीटों वाली एटीआर-72 विमान को संचालित करती है. कोच्चि-अगत्ती फ्लाइट के मार्च तक के टिकट (Flight Tickets) बिक चुके हैं.

लक्षद्वीप पर हाल ही में लोगों के ध्यान दिए जाने के कारण उसके लिए सवालों में काफी उल्लेखनीय 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. बहरहाल एक्सपर्ट का मानना है कि इतनी तेजी से बढ़ती भीड़ को संभालने में शायद लक्षद्वीप का कमजोर बुनियादी ढांचा सक्षम न हो सके. इसके लिए पर्यटकों की आमद को धीरे-धीरे बढ़ाने की जरूरत है. एक बार बड़ी संख्या में लोगों के लक्षद्वीप पहुंचने से वहां अराजकता पैदा हो सकती है

इस बीच कई ट्रैवल कंपनियों ने कहा कि लक्षद्वीप के बारे में पूछताछ में बहुत बढ़ोतरी दिख रही है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है कि मालदीव ट्रिप के मौजूदा यात्री बुकिंग रद्द नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने पैकेज का पेमेंट पहले ही कर दिया है. बहरहाल लक्षद्वीप के लिए सबसे बड़ी समस्या केवल फ्लाइट की सीमित संख्या ही नहीं है. लक्षद्वीप में रिसॉर्ट की भी सीमित संख्या है. उनकी बुकिंग के लिए भी काफी पहले से कोशिश करनी होती है. बहरहाल अब लोग मालदीव से ज्यादा लक्षद्वीप के पैकेज की मांग कर रहे हैं. मगर टूर ऑपरेटर अब उन्हें साधनों की कमी के और लक्षद्वीप के लिए जरूरी कागजी कार्रवाई के बारे में बता रहे हैं, जिससे पर्यटक थोड़े भ्रमित हैं.

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