Politics

अलीगढ़ जा रहे रामजीलाल सुमन हाउस अरेस्ट, आगरा में सपा सांसद के घर के बाहर फोर्स तैनात

आगरा में सपा सांसद रामजीलाल सुमन को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया है। उनके घर के बाहर कई थानों की फोर्स और पीएसी तैनात है। पुलिस ने रामजीलाल सुमन के घर के आसपास सीमेंट के ब्लॉकेज बैरियर लगा रखे हैं। रामजीलाल सुमन अलीगढ़ में जय भीम बोलने पर पीटे गए युवकों से मिलने जा रहे थे।

वहीं, इससे आक्रोशित रामजीलाल सुमन अपने घर के सामने धरने पर बैठ गए हैं। सपा सांसद का कहना है कि वह अलीगढ़ जाएंगे। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उनके घर पहुंच रहे हैं।

सब कुछ CM ऑफिस में बैठे लोगों के इशारे पर हो रहा रामजीलाल सुमन ने कहा- हमें आज अलीगढ़ जाना था, लेकिन बेहद अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि हमें नजरबंद कर दिया गया है। घटना 26 अप्रैल की है। 3 नौजवान प्रदीप, राहुल और छवीराम बाबा साहब से जुड़ा वीडियो बना रहे थे। इनको लोगों ने बुरी तरह पीटा। इनकी शिकायत सुनने की जगह उल्टा इनका ही 151 में चालान कर दिया गया। इनको बहुत पीटा गया। पुलिस क्या कर रही है।

आपको याद है जब हम बुलंदशहर जा रहे थे। तब हम पर हमला हुआ था। यूपी के हालत बद से बदतर है। अब सब कुछ CM ऑफिस में बैठे लोगों के इशारे पर हो रहा है।

थाने से 500 मीटर दूर है सपा सांसद का घर राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन का घर हरीपर्वत थाने से 500 मीटर दूर है। इस पूरे रास्ते को पुलिस, पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स ने घेरे में ले रखा है। पुलिस सपा सांसद के घर आने-जाने वालों का रिकार्ड दर्ज कर रही है।

रामजीलाल सुमन पर 27 अप्रैल को हुआ था हमला सपा सांसद रामजीलाल सुमन 27 अप्रैल को 20 गाड़ियों के काफिले के साथ आगरा से बुलंदशहर जा रहे थे। अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहे पर क्षत्रिय समाज के कुछ युवा सड़क पर उतर आए। उन्होंने रामजीलाल सुमन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर काफिले की गाड़ियां तेजी से भागने लगीं। इसके चलते करीब 500 मीटर आगे जाकर काफिले की गाड़ियां आपस में टकरा गईं। अलीगढ़ के गभाना में हाईवे से पहले अचानक रामजीलाल सुमन के काफिले पर युवकों ने टायर फेंकने शुरू कर दिए थे।

हमले के बाद सपा सांसद हाईकोर्ट पहुंचे। रामजी लाल सुमन के एडवोकेट इमरान उल्लाह ने कोर्ट में तर्क दिया कि सांसद पर हमले हो रहे हैं। उनकी हत्या भी हो सकती है। जीभ काटने को एक करोड़ की सुपारी दी गई है। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे पता चलता है कि यूपी में कानून और व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।

कोर्ट ने दोनों पक्षों के तर्कों को सुना। सुनवाई के बाद जस्टिस राजीव गुप्ता और जस्टिस हरवीर सिंह ने की कोर्ट ने यूपी और केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। अब मामले की अगली सुनवाई 28 मई को होगी।

Umh News india

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *