संत गाडगे महाराज मानवता शिक्षा के अग्रदूत : बद्रीप्रसाद चौहान
पावटा (राजेश कुमार हाडिया)। स्थानिय कस्बा में बासीठ रजक धोबी समाज के जिलाध्यक्ष सत्यनारायण कन्नौजिया के मुख्य आथित्य में पावटा कस्बा के चौहान मार्केट में शुक्रवार को संत गाडगे महाराज के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सत्यनारायण कन्नौजिया ने कहा मानवता के सच्चे हितैषी, सामाजिक समरसता के द्योतक यदि किसी को माना जाए तो वो संत गाडगे है। गाडगे का कहना था कि ‘पैसे की तंगी हो तो खाने के बर्तन बेच दो, औरत के लिए कम दाम के कपड़े खरीदो, टूटे-फूटे मकान में रहो लेकिन बच्चों को शिक्षा से वंचित मत रखों। उन्होंने जीवन में शिक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पित करते हुए सभी को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया। बासीठ रजक समिति संरक्षक बद्रीप्रसाद चौहान ने कहा की संत गाडगे महाराज मानवता, शिक्षा के अग्रदूत, स्वच्छता के अनुयायी व परोपकार के लिए जीवन जीने वाले संत थे। देशभर में उनकी 148 वीं जयंती धूमधाम व हर्षोउल्लास से मनाई जा रही है। अपने समय के दौरान सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने और विशेष रूप से स्वच्छता से संबंधित सुधारों की शुरुआत कर उन्होंने महाराष्ट्र के कोने-कोने में अनेक धर्मशालाएं, गौशालाएं, विद्यालय, चिकित्सालय तथा छात्रावासों का निर्माण कराया। इस मौके पर एडवोकेट राजकमल बसीठा, मामचंद मण्डोवरा, लालचन्द्र चौहान, कानाराम खत्री, रमेश चंद निर्वाण, नीरज मण्डोवरा, पुष्पेन्द्र बसीठा समेत अन्य मौजूद रहे।