शंभू के बाद खनौरी बॉर्डर पर किसानों का उपद्रव
फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर खरीद को लेकर केंद्र सरकार के ऑफर को ठुकराने के बाद किसान आज एक बार फिर ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं. इस बार किसानों ने बॉर्डर पर पुलिस की किलेबंदी तोड़ने के लिए बुलडोजर और जेसीबी जैसी भारी मशीनें लेकर तैयार हैं. इस बीच कुछ युवा प्रदर्शकारी किसानों ने बुधवार को पंजाब और हरियाणा के बीच स्थित शंभू बॉर्डर पर लगाए बैरिकेड्स की तरफ बढ़ने की कोशिश की, जिन्हें रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.
हालांकि किसान नेताओं ने ऐलान किया वे इन मशीनों का उपयोग नहीं करेंगे और केवल आंदोलन के नेता ही आगे बढ़ेंगे. किसानों के इस फैसले का स्वागत करते हुए हरियाणा पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि किसानों द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए भारी मशीनरी जैसे जेसीबी, पोकलेन आदि का प्रयोग न करने की घोषणा का स्वागत करती है.
इस बीच सूत्रों ने खबर दी है कि केंद्र सरकार और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच आज ही 5वें राउंड की बैठक हो सकती है. इसमें सरकार की तरफ से फसलों की एमएसपी पर नया ऑफर दिया जा सकता है.
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है. शहर के टिकरी, सिंघू और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. सुरक्षा कंपनियों ने किसी भी संभावित स्थिति के लिए अपनी तैयारी सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार को मॉक ड्रिल की.
शंभू के बाद खनौरी बॉर्डर पर किसानों का उपद्रव, पुलिस ने ड्रोन से गिराया आंसू गैस
पंजाब और हरियाणा के बीच स्थित शंभू बॉर्डर के अलावा खनौरी बॉर्डर पर भी भारी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान तैनात है. इस दौरान प्रदर्शकारियों ने हंगामा करते हुए पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, पुलिस ने उन्हें काबू करने के लिए ड्रोन के जरिये आंसू गैस के गोले गिराए और प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ दिया.
बुलडोजर-JCB लेकर डटे किसान, कैसे रोकेगी पुलिस? जानें बॉर्डर पर सारी तैयारी
हरियाणा और पंजाब के बीच स्थित शंभू बॉर्डर किसान आंदोलन का ग्राउंड जीरो बना हुआ है. दिल्ली कूच पर आमादा सैंकड़ों किसान वहां बुलडोजर और जेसीबी जैसी भारी मशीनों के साथ डटे हैं. वहीं उनके रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिसबल भी तैनात है.
ग्रेटर नोएडा में भी किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च, बोले- राकेश टिकैत के आदेश का इंतजार
एक तरफ प्रदर्शनकारी किसान पंजाब-हरियाणा के बीच स्थित शंभू बॉर्डर पर डटे हैं. वहीं उनका प्रति समर्थन जताते हुए ग्रेटर नोएडा में भी किसानों ने बुधवार को ट्रैक्टर रैली निकाली. किसानों की इस रैली के मद्देजनर नोएडा पुलिस ने कड़े बंदोबस्त किए हैं. यहां भारी संख्या में पुलिसबल और PAC तैनात करने के साथ ही ट्रैफिक डायवर्सन भी किया गया.
इस ट्रैक्टर रैली का नेतृत्व कर रहे BKU (टिकैत) के प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना ने बताया कि बॉर्डर पर किसानों को तंग किया गया तो वे सभी दिल्ली कूंच करेंगे. उन्होंने बस राकेश टिकैत के आदेश का इंतजार है.
ग्रेटर नोएडा में किसानों ने निकाली रैली, पंजाब में इमरजेंसी जैसे हालात की तैयारी, बॉर्डर पर एंबुलेंस तैनात
किसान आंदोलन के मद्देजनर पंजाब ने किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारी की है. यहां हरियाणा से लगी सीमा पर SSF की गाड़ियां लगाई गई. वहीं हरियाणा बॉर्डर पर बड़ी संख्या में एंबुलेंस भी तैनात है. इसके साथ ही आसपास के सभी अस्पतालों को भी अलर्ट पर रहने को कहा गया.
भीड़ को कंट्रोल में रखें… किसानों को हरियाणा पुलिस की ताकीद
हरियाणा पुलिस ने किसानों को सलाह दी कि वे अपनी भीड़ को नियंत्रित रखें और घग्गर नदी पुल पर हरियाणा पुलिस के बैरिकेट्स के पास ना आएं.
कृषि मंत्री ने की शांति की अपील, किसानों को दिया पांचवें दौर की बातचीत का न्योता
इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने प्रदर्शनकारी किसानों से शांति की अपील करते हुए उन्हें पांचवें दौर की बातचीत का न्योता दिया है. कृषि मंत्री ने बुधवार सुबह ट्वीट करके कहा, ‘सरकार चौथे दौर के बाद पांचवें दौर में सभी मुद्दे जैसे की MSP की मांग, फसल विविधीकरण, पराली का विषय, FIR पर बातचीत के लिए तैयार है. मैं दोबारा किसान नेताओं को चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं. हमें शांति बनाये रखना जरूरी है.