बुलंदशहर में डीएम-एसएसपी ने लिया गंगा घाट का जायजा, बैरीकेडिंग की जाएगी
बुलंदशहर , छठ पर्व का आयोजन इस वर्ष भूड़ चौराहे से दिल्ली रोड स्थित गंग नहर के पुल के पास होगा, जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने की संभावना है। गंग नहर के पुल के पास एक विशाल मेला भी लगेगा, जिसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। नहर में रविवार को पानी आ चुका है, जिससे श्रद्धालुओं के लिए स्नान की व्यवस्था भी पूरी हो गई है।
छठ पर्व का महापर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है। इस दिन छठी मैया की पूजा विधिपूर्वक की जाती है। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व में विशेष रूप से सूर्य देव की पूजा की जाती है।
छठ पूजा के विभिन्न दिन: 1. पहला दिन – नहाय खाय: पर्व की शुरुआत इस दिन होती है, जब महिलाएं पवित्र नदी में स्नान करके, एक समय का भोजन करती हैं। 2. दूसरा दिन – खरना: इस दिन महिलाएं सूर्योदय से सूर्यास्त तक निर्जला व्रत रखती हैं और पानी तक नहीं पीती हैं। 3. तीसरा दिन – अर्घ्य: इस दिन भी महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और सूर्यास्त के समय सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करती हैं। 4. चौथा दिन – उषा अर्घ्य: अंतिम दिन, सुबह सूर्य देव को उषा अर्घ्य देकर व्रति अपना व्रत खोलती हैं। इस दिन व्रति को विशेष मुहूर्त में पारण करने की परंपरा है।
6 नवंबर से होगी शुरुआत इस साल छठ पूजा 6 नवंबर से शुरू होगी, और 7 नवंबर की शाम सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा। 8 नवंबर को उषा अर्घ्य देने के साथ व्रत का पारण होगा। जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार ने कोतवाली देहात क्षेत्र के अड़ौली नहर घाट पर छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लिया।
चेंजिंग रूम की होगी व्यवस्था इस दौरान प्रशासन की ओर से घाट पर साफ-सफाई, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था और महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। सुरक्षा के दृष्टिगत घाट के गहरे पानी में बैरिकेटिंग की जाएगी और पुलिस बल की तैनाती भी की जाएगी। आयोजन समिति के सदस्यों से भी वार्ता की गई, जिनका कहना है कि प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं, ताकि श्रद्धालु इस पर्व को श्रद्धा और सुरक्षा के साथ मना सकें।