कृषि- किसान

अगेती गेहूं में कर रहे हैं दूसरी सिंचाई? रखें इन बातों का ध्यान

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शाहजहांपुर : किसी भी फसल में सिंचाई का अहम रोल रहता है. सिंचाई करने से पौधों की ग्रोथ तेजी के साथ होती है. उपज भी अच्छी मिलती है. जनवरी महीने में किसान गेहूं की अगेती फसल में दूसरी सिंचाई कर रहे हैं लेकिन सिंचाई करते समय जरूरी सावधानियां बरतनी की जरूरत है. वरना छोटी सी लापरवाही की वजह से गेहूं की फसल को भारी नुकसान हो सकता है.

कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि नवंबर के अंतिम सप्ताह या फिर दिसंबर में बोई गई गेहूं की फसल में दूसरी सिंचाई का यह सही समय है. सिंचाई करते समय किसानों को ध्यान रखना चाहिए कि फसल में जल भराव ना हो. गेहूं की फसल में हल्की सिंचाई करें.

दूसरी सिंचाई के समय रखें ये सावधनियां
गेहूं की फसल में दूसरी सिंचाई करते समय ध्यान रखें कि हल्की सिंचाई करें. सिंचाई करें इतनी करें कि सिर्फ मिट्टी गीली हो पाए. खेत में जल भराव ना हो. ज्यादा सिंचाई करने से मिट्टी नरम हो जाती है. जड़ों की पकड़ ढीली हो जाती है और जरा सी हवा चलने पर फसल गिर सकती है. जिससे उत्पादन में भारी गिरावट आएगी. फसल को नुकसान हो जाएगा.

सिंचाई का सही समय
गेहूं में सिंचाई करने के दौरान समय का भी ध्यान रखने की जरूरत है. कोशिश करें कि शाम के वक्त गेहूं की फसल में हल्की सिंचाई करें. क्योंकि शाम के वक्त हवा की गति कम हो जाती है. ऐसे में सुबह तक खेत में पानी नहीं रहेगा और गेहूं की फसल हरी भरी और लह-लहाने लगेगी.

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