हजारीबाग : उपायुक्त का लगा जनता दरबार, फरियादियों ने लगाया गुहार
हजारीबाग (दीपक कुमार मोदी), उपायुक्त का लगा जनता दरबार,एक दर्जन फरियादियों ने लगाया गुहार,प्राप्त आवेदनों के त्वरित निष्पादन के लिए संबंधित अधिकारियों को दिए गए निर्देश
समाहरणालय सभागार में शुक्रवार को साप्ताहिक जनता दरबार का आयोजन किया गया।उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए आमजनों की समस्याएं सुनीं तथा उनके शीघ्र समाधान हेतु सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।इस अवसर पर लगभग एक दर्जन से अधिक फरियादियों ने अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर उपायुक्त के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किए।प्रस्तुत समस्याओं में पेंशन, अवैध भूमि कब्जा,भूमि विवाद,भूमि अतिक्रमण,विद्यालय में बच्चों का नामांकन,गाली-गलौज,मारपीट जैसी शिकायतें शामिल रहीं।
◆ प्रमुख आवेदनों में-
■ कुम्हार टोली से प्रीति देवी ने भू माफियाओं द्वारा जमीन का अवैध कब्जा मुक्त करने के सम्बन्ध में उपायुक्त को आवेदन दिए।
■ झुमरा ग्राम के दारू प्रखंड से सुरेश पासवान ने दूसरे पक्ष द्वारा जबरन जमीन पर खेत जोतना में रुकावट डालने के संबंध में उपायुक्त को आवेदन सौंपा।
■ उत्तरी शिवपुरी से महेंद्र प्रजापति ने दूसरे पक्ष द्वारा घर में घुसकर जमीन के दस्तावेज चोरी करने के संबंध में उपायुक्त को आवेदन सौंपा।
■ केरेडारी प्रखंड से राजेंद्र ठाकुर ने अपने भूमि का मुआवजा हेतु आवेदन समर्पित किए।
■ बादाम बड़कागांव प्रखंड से सहदेव राम ने अपने बेटे-बहू के द्वारा प्रताड़ना करने एवं घर से बेघर करने के संबंध में उपायुक्त को आवेदन समर्पित किए।
■ नंदगांवा ग्राम चालकुशा प्रखंड से प्रकाश साव ने सरकारी गैर मजरुआ जमीन पर दूसरे पक्ष द्वारा जबरन अतिक्रमण करने के संबंध में उपायुक्त को आवेदन सौंपा।
■ ग्राम फफूंदी प्रखंड इचाक के ग्रामीणों द्वारा विकलांग मृतक के परिजन सहायता एवं तत्काल राहत के लिए खाद्य सामग्री एवं रहने के लिए व्यवस्था हेतु उपायुक्त को आवेदन सौपें।
■ दांडी ब्लॉक के शनिचरा बिरहोर ने दूसरे पक्ष द्वारा भूमि पर जबरन कब्जा करने एवं गाली-गलौज करने के संबंध में उपायुक्त को आवेदन दिए।
■ कुम्हारटोली से सोनी कुमारी ने आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण,बीपीएल के आधार पर अपने बच्चे का नामांकन विद्यालय में कराने के संबंध में उपायुक्त को आवेदन सौंपा।
उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने प्रत्येक आवेदक से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनकी समस्याएं गंभीरता से सुनीं तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रत्येक मामले की शीघ्र जांच कर त्वरित एवं न्यायसंगत कार्रवाई सुनिश्चित करें।