मनीष सिसोदिया पटपड़गंज की जगह जंगपुरा से लड़ेंगे, उनकी सीट अवध ओझा को दी
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने सोमवार को 20 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की। इसमें 17 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं। 3 प्रत्याशियों की सीट बदली गई है।
पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया जंगपुरा से चुनाव लड़ेंगे। पहले वे पटपड़गंज से चुनाव लड़ते थे। AAP ने UPSC टीचर अवध ओझा को पटपड़गंज से उतारा है। ओझा ने 2 दिसंबर को ही पार्टी जॉइन की थी।
चर्चित चेहरे में AAP ने तिमारपुर से मौजूदा विधायक दिलीप पांडेय का टिकट काट दिया है। उनकी जगह दो दिन पहले भाजपा से AAP में शामिल हुए सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को उम्मीदवार बनाया गया है।
AAP की पहली लिस्ट 21 नवंबर को आई थी, जिसमें 11 उम्मीदवारों के नाम थे। इसमें भाजपा-कांग्रेस से आए 6 लोगों को टिकट दिया गया है। इनमें भाजपा के 3 और कांग्रेस के 3 चेहरे शामिल हैं।
अब तक 31 प्रत्याशी घोषित, 24 के टिकट कटे AAP ने अब तक 31 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। 2020 चुनाव में 27 सीटों पर AAP जबकि 4 पर भाजपा के विधायक थे। AAP ने इस बार 27 विधायकों में से 24 के यानी 89% टिकट काट दिए हैं।
AAP ने 3 विधायकों की सीट बदली है। वहीं, जिन चार सीटों पर पार्टी हारी थी, उनमें से दो पर पिछली बार हार चुके प्रत्याशी को ही दोबारा टिकट दिया है।
दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म हो रहा है। पिछला चुनाव फरवरी 2020 में हुआ था। AAP ने 70 में से 62 सीटें जीती थीं। भाजपा 8 और कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई।
3 की सीट बदली
1. राखी बिडलान (मंगोलपुरी से मादीपुर) 2. प्रवीण कुमार (जंगपुरा से जनकपुरी) 3. मनीष सिसोदिया (पटपड़गंज से जंगपुरा)
दो हारे उम्मीदवारों को फिर टिकट 1. दीपक सिंघला: विश्वास नगर 2. सरिता सिंह: रोहतास नगर
तिमारपुर में 67 पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया तिमारपुर से दिलीप पांडेय का टिकट कट गया है। उनकी जगह 6 दिसंबर को भाजपा छोड़कर AAP में शामिल हुए सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को टिकट दिया गया है। विरोध में तिमारपुर में मंडल और बूथ स्तर के 67 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को सौंप दिया है।
1. केजरीवाल जेल से 156 दिन बाद रिहा: शराब नीति केस में ED ने केजरीवाल को 21 मार्च को अरेस्ट किया था। केजरीवाल ने करीब 156 दिन जेल में बिताए। फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। उनके खिलाफ 2 जांच एजेंसी (ED और CBI) ने केस दर्ज किया है। केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 13 सितंबर को CBI केस में जमानत दी थी। वहीं, ED मामले में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से 12 जुलाई को जमानत मिल गई थी।
2. CM पद से इस्तीफा: जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर शाम को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ आतिशी और 4 मंत्री मौजूद रहे थे। इसके बाद आतिशी ने नई सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया। इस बीच, दिल्ली सरकार ने 26 और 27 सितंबर को 2 दिन का विधानसभा सत्र भी बुलाया था। सत्ता परिवर्तन पर भाजपा ने कहा कि मेकओवर से AAP के दाग नहीं छिपेंगे।
3. आतिशी नई CM बनीं: आतिशी ने 21 सितंबर को दिल्ली की 9वीं मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना ने उन्हें शपथ दिलाई। शपथ के बाद आतिशी ने अरविंद केजरीवाल के पैर छुए। वे दिल्ली की सबसे युवा (43 साल) CM हैं। इससे पहले केजरीवाल 45 साल की उम्र में CM बने थे। आतिशी, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला CM हैं।