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गोरखपुर : 15 हजार सैलरी पर रखे मोबाइल चोर, सस्ते दामों पर बांग्लादेश-नेपाल में बेचते

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गोरखपुर , राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) गोरखपुर ने मोबाइल चुराने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के सरगना सहित 3 को गिरफ्तार किया गया है। इसमें से एक नाबालिग है। सभी झारखंड के एक ही जिले साहबगंज के निवासी हैं।

सरगना दोनों साथियों को 15 हजार रुपए महीने के वेतन पर अपने साथ रखता है। वह उनसे चोरी करवाता है। यह गिरोह शुक्रवार को रेलवे स्टेशन परिसर से GRP के हत्थे चढ़ा। उनके पास से 44 एंड्रॉयड मोबाइल बरामद किए गए। इसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपये है। यह गिरोह बांग्लादेश व नेपाल के तस्करों को मोबाइल बेचता है।

हाल के दिनों में ट्रेनों में चोरी की घटनाएं बढ़ गई थीं। जिसके बाद एसपी GRP संदीप कुमार मीना ने पुलिस उपाधीक्षक विनोद कुमार के नेतृत्व में चोरों की तलाश शुरू कर दी थी। सर्विलांस के जरिए GRP को यह सूचना मिली कि चोरों का एक गिरोह रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के मुख्य गेट पर खड़े हैं।

यहां से भागने की फिराक में है। GRP ने घेराबंदी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान गिरोह के सरगना 35 वर्षीय मनोज मंडल, 19 वर्षीय करन कुमार नोनिया व उसके नाबालिग भाई के रूप में हुई है। गिरोह के तीनों सदस्य झारखंड के साहबगंज जिले के निवासी हैं।

ट्रेनों व आसपास के जिलों के बाजारों में करते थे चोरी एसपी GRP ने बताया कि ये अभियुक्त ट्रेनों में चोरी करते थे। मोबाइल हो या कोई अन्य सामान, चोर लेकर भाग जाते थे। इसके अलावा रेलवे स्टेशन के आसपास व भीड़भाड़ वाले बाजारों में भी वे घटना को अंजाम देते थे।

उनके निशाने पर मुख्य रूप से संतकबीरनगर जिले में लगने वाला कपड़े का बरदहिया बाजार, महराजगंज का परतावल बाजार, कुशीनगर गा हाटा आजार, सुकरौली बाजार व गोरखपुर का कुसम्ही बाजार रहता था। इसके अतिरिक्त रेलवे स्टेशन एवं बस स्टेशन पर भी वे चोरी करते थे।

ऐसे करते थे काम तीनों अभियुक्त महानगर के दुर्गाबाड़ी में किराए का कमरा लेकर रहते थे। उनका सत्यापन नहीं कराया गया था। वे एक साथ किसी बाजार में पहुंचते थे। गिरोह के दोनों सदस्य अलग-अलग स्थानों पर उतर जाते थे। सरगना किसी न किसी आटो के पास रहता था।

तीनों की एक-दूसरे पर नजर होती थी। जैसे ही कोई सदस्य मोबाइल या पर्स चुराता तो सरगना को दे देता। वह दूसरा आटो पकड़कर निकल जाता। अधिक संख्या में मोबाइल एकत्र हो जाने के बाद वे बेच देते थे।

अंतरराष्ट्रीय तस्करों से है संबंध इस गिरोह का अंतरराष्ट्रीय तस्करों से संबंध है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे पश्चिम बंगाल के रास्ते मोबाइल बांग्लादेश भेजवाते हैं जबकि नेपाल के तस्करों तक भी उनका मोबाइल पहुंचता है।

यहां उन्हें अच्छी कीमत मिल जाती है और पकड़े जाने का भय भी नहीं होता। सरगना पर गोरखपुर के विभिन्न थानों में 4 मुकदमे पहले से दर्ज हैं। करन पर भी दो केस हैं। साथ रखते हैं तमंचा व चाकू गिरोह के पास से एक तमंचा, जिंदा कारतूस व रामपुरी चाकू बरामद हुआ है। सरगना ने बताया कि चोरी करते समय यदि पकड़े गए या किसी ने विरोध की कोशिश की तो तमंचा व चाकू दिखाकर उसे डरा देते थे। कभी-कभी इस्तेमाल भी कर लेते थे।

रिजर्वेशन कराकर चढ़ते हैं ट्रेन में चोर अवैध रूप से यात्रा नहीं करते। वे या तो जनरल बोगी का टिकट कटाकर उसमें बैठ जाते हैं और अगले स्टेशन पर गाड़ी रुकने की स्थिति में एसी बोगी में घुस जाते हैं। कई मामलों में वे एसी का रिजर्वेशन कराकर ट्रेन में सफर करते हैं ओर मौका देखकर किसी यात्री को अपना शिकार बनाते हैं।

बेचने से पहले चेक करते थे कीमत मोबाइल चुराने के बाद उसके माडल के आधार पर गूगल पर सर्च कर उसकी कीमत जानते थे। उसके बाद उस मोबाइल को 30 से 40 प्रतिशत कीमत पर बचे देते थे।

इससे पहले वे 200 मोबाइल बेच चुके हैं। GRP एसपी के नेतृत्व में सितंबर में 120 और मोबाइल बरामद किया गया था। एक बार और सफलता मिली थी, जिसमें 45 मोबाइल मिले थे।

और बड़ा हो सकता है गिरोह उनका गिरोह और बड़ा हो सकता है। इसकी जांच की जा रही है। चोरों ने बताया कि चोरी के सामान बेचने से जो पैसा मिलता है, उसी से वे अपना खर्च चलाते हैं। मोबाइल बेचकर ही उनकी अच्छी-खासी कमाई हो जाती है।

एक हफ्ते छानी खाक, 200 सीसी कैमरे खंगाले GRP को इस गिरोह को पकड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। एक हफ्ते तक टीम खाक छानती रही। 200 सीसी कैमरे खंगाले गए। कई जगह वे लाइव चोरी करते नजर आए। संबंधित व्यक्ति से बात की गई।

उन लोगों ने बताया कि चोरी की उन्हें भनक तक नहीं लगी थी। गिरोह को पकड़ने वाली टीम मे प्रभारी निरीक्षक GRP विजय प्रताप सिंह, अपराध निरीक्षक विमलेंद्र कुमार, सर्विलांस सेल प्रभारी सुनील कुमार मौर्य, जितेंद्र यादव, पवनेश पांडेय, कमल सिह, सूबेदार विश्वकर्मा, सूर्य प्रकाश चौधरी, राम सिंह, श्रीकांत यादव, रजनीश दूबे व अनीश यादव शामिल रहे।

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